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मुंबई, चार सितंबर (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने रविवार को कहा कि उनका संगठन संबंधित हितधारकों के साथ बातचीत के जरिए खेल की जरूरतों के अनुसार ‘स्थाई समाधान’ खोजने की कोशिश करेगा।


शुक्रवार को एआईएफएफ की कमान संभालने वाले चौबे ने कहा कि भारतीय फुटबॉल के लिए ‘समय-आधारित रोडमैप’ तैयार और लागू किया जाएगा।


चौबे ने कहा, ‘‘भारत विविधताओं वाला देश है और फुटबॉल की बेहतरी के लिए समाधान हमारी जरूरत के अनुसार विशिष्ट होना चाहिए। उसके लिए कोई आसान स्पष्टीकरण उपलब्ध नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हमारे फुटबॉल से जुड़े उपयोगी समाधानों की पहचान करने के लिए समावेशी संवादों में शामिल होना है।’’

चौबे ने यहां तीन दिवसीय तीसरे ग्लोबल सॉकर कॉन्क्लेव में कहा, ‘‘एआईएफएफ प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएगा और अंततः हर राज्य में फुटबॉल पारिस्थितिकी तंत्र के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए एक समय-आधारित रोडमैप तैयार करेगा।’’

उन्होंने कहा कि देश के फुटबॉल के सामने आने वाली समस्याओं का कोई आसान समाधान नहीं है लेकिन फिर भी एआईएफएफ जीत का फॉर्मूला खोजने की दिशा में काम करेगा।


एआईएफएफ की विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने कहा, ‘‘युवा विकास, स्तरीय मानव संसाधन और सबसे बढ़कर जवाबदेही से मैदान के अंदर और साथ ही बाहर भी जीत का प्रदर्शन हो सकता है।’’

चौबे ने कहा, ‘‘चुनौतियां कठिन हो सकती हैं लेकिन नवनिर्वाचित समिति के पास चुनौतियों से निपटने और गंतव्य तक पहुंचने के लिए आवश्यक अनुभव है। मैं वादा कर सकता हूं कि स्थायी समाधान होंगे और वे परिणाम लाएंगे।’’

भारत के पूर्व गोलकीपर 45 वर्षीय चौबे ने शुक्रवार को एआईएफएफ अध्यक्ष पद के चुनाव में पूर्व दिग्गज खिलाड़ी बाईचुंग भूटिया को हराया।


चौबे ने शनिवार को फुटबॉलरों के पंजीकरण की व्यवस्था और एआईएफएफ द्वारा संचालित गोल्डन बेबी लीग (जीबीएल) में अधिक से अधिक युवाओं को आकर्षित करने के तरीके पर विस्तृत चर्चा की।


उन्होंने बेबी लीग में 1,40,000 पंजीकृत फुटबॉलरों और करीब 35,000 खिलाड़ियों के सभी विवरण वाले एक आधुनिक और प्रभावी डेटाबेस बनाने के निर्देश जारी किए जिसे कोविड-19 महामारी के कारण दो सत्र के बाद फिर से शुरू किया जा रहा है।


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