Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jun, 2018 03:30 PM
मैं टोक्यो ओलिम्पिक 2020 तक फिट रहने के लिए सिर्फ अहम टूर्नामैंट में ही हिस्सा ले रहा हूं।
चंडीगढ़(लल्लन) : मैं टोक्यो ओलिम्पिक 2020 तक फिट रहने के लिए सिर्फ अहम टूर्नामैंट में ही हिस्सा ले रहा हूं। यह कहना है देश के स्टार टैनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस का जो चंडीगढ़ गोल्फ क्लब में मौजूद थे। पेस यहां प्रैक्टिस के लिए पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि वह 17 जून को 45 साल के हो जाएंगे, ऐसे में एक खिलाड़ी के लिए फिटनैस सबसे अहम है। इसके लिए मैं सिर्फ अहम टूर्नामैंट में ही हिस्सा ले रहा हूं। पेस ने कहा कि अब मैं सिर्फ बेहतरीन प्रदर्शन करने के बारे में सोच रहा हूं, जिसके लिए फिट रहना जरूरी है। पेस ने बताया कि अभी वह एशियन गेम्स की तैयारी में जुटे हैं जो इंडोनेशिया में अगस्त में होगी। इस टूर्नामैंट में उनका जोड़ीदार कौन होगी यह अभी तय नहीं है।
यूकी भांबरी में काफी टेलैंट :
पेस ने बताया कि इस बार एशियन चैम्पियनशिप में देश के युवा खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने इस दौरान युवा टैनिस स्टार यूकी भांबरी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस युवा खिलाड़ी में काफी टेलैंट है और भविष्य में वह देश के लिए काफी पदक जीतेगा। वहीं रामकुमार रामनाथन, सुमित नांगल,अंकिता रैना, करमन कौर और रिया भाटिया जैसे कई खिलाड़ी भी काफी प्रतिभावान हैं जो हर प्रतियोगिता में खुद को साबित कर रहे हैं।
चंडीगढ़ से मेरा पुराना रिश्ता :
लिएंडर पेस ने कहा कि उनका चंडीगढ़ से पुराना रिश्ता है। यहां का कल्चर उन्हें काफी भाता है। लॉन टैनिस एसोसिएशन बनाने में उनके पिता ने अहम योगदान दिया है और वह खुद सी.एल.टी.ए. के लाइफ टाइम मैंबर और टैक्नीकल एडवाइजर हैं।
तीनों कोर्ट में कर रहे प्रैक्टिस :
लिएंडर पेस ने बताया कि ओलिम्पिक और अन्य अहम टूर्नामैंट के लिए वह इन दिनों तीनों कोर्ट पर प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसमें क्ले कोर्ट, ग्रास कोर्ट और सिंथैटिक कोर्ट शामिल हैं। उन्होंने 1-1 माह की रूटीन बनाई है। पेस ने बताया कि अब लोग क्रिकेट ही नहीं एथलैटिक्स, जिमनास्टिक, ैटैनिस, फुटबाल, कबड्डी समेत हर खेल इवैंट पर नजर रख रहे हैं। लोग बच्चों को शौक से खिलाड़ी बना रहे हैं।
लिएंडर पेस ने बताया कि ओलिम्पिक और अन्य अहम टूर्नामैंट के लिए वह इन दिनों तीनों कोर्ट पर प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसमें क्ले कोर्ट, ग्रास कोर्ट और सिंथैटिक कोर्ट शामिल हैं। उन्होंने 1-1 माह की रूटीन बनाई है। पेस ने बताया कि अब लोग क्रिकेट ही नहीं एथलैटिक्स, जिमनास्टिक, ैटैनिस, फुटबाल, कबड्डी समेत हर खेल इवैंट पर नजर रख रहे हैं। लोग बच्चों को शौक से खिलाड़ी बना रहे हैं।