Edited By Pardeep,Updated: 12 Sep, 2018 05:13 AM
मुख विमानन कंपनी जैट एयरवेज भारत-यूरोप मार्गों पर एयर फ्रांस-के.एल.एम. के साथ अपनी वाणिज्यिक सांझेदारी को और मजबूती देने जा रही है। इस विमानन कम्पनी की नजर कार्पोरेट अनुबंधों पर है और उसने ट्रैवल एजैंटों के लिए एक सांझा नीति तैयार करने के लिए बातचीत...
नई दिल्ली/जालंधर: प्रमुख विमानन कंपनी जैट एयरवेज भारत-यूरोप मार्गों पर एयर फ्रांस-के.एल.एम. के साथ अपनी वाणिज्यिक सांझेदारी को और मजबूती देने जा रही है। इस विमानन कम्पनी की नजर कार्पोरेट अनुबंधों पर है और उसने ट्रैवल एजैंटों के लिए एक सांझा नीति तैयार करने के लिए बातचीत शुरू भी कर चुकी है।
एयर फ्रांस-के.एल.एम. के महाप्रबंधक (भारतीय उपमहाद्वीप) जीन-नोएटल रॉ ने कहा, ‘‘स्थानीय तौर पर हम कार्पोरेट अनुबंध नीति के साथ जुड़े रहे हैं। इस महीने के आरंभ से स्थानीय कार्पोरेट अनुबंध को जेट एयरवेज के साथ संबद्ध किया गया है।’’ कार्पोरेट अनुबंधों के साथ संबद्ध करने का मतलब यह हुआ कि विमानन कंपनी अपने कार्पोरेट ग्राहकों को भी समान पेशकश, प्रोत्साहन एवं छूट की पेशकश कर सकती है। दोनों कंपनियों ने सांझा व्यापार नीति पर सैद्धांतिक बातचीत भी शुरू की है जिससे उन्हें अपने प्रोत्साहन एवं अनुबंधों को ट्रैवल एजैंटों के साथ सांझा करने में मदद मिलेगी।
के.एल.एम. के मुख्य कार्याधिकारी पीटर एल्बर्स ने कहा, ‘‘किसी सांझेदारी के लिए कार्पोरेट नीतियों को तत्काल संबद्ध किया जाता है। यदि आप तुलना करेंगे तो पाएंगे कि एयर फ्रांस-के.एल.एम.-डैल्टा ट्रांसअंटलांटिक संयुक्त उद्यम करीब 10 साल पुराना है, इसलिए ऐसा नहीं है कि आप महज 10 महीने में राजस्व सांझेदारी जैसे करार विकसित कर लेंगे।’’