Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 08:41 AM
सैन्य प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एक बार फिर सेना विशेषाधिकार अधिनियम को हटाने की बातों पर विराम लगा दिया है।
नई दिल्ली: सैन्य प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एक बार फिर सेना विशेषाधिकार अधिनियम को हटाने की बातों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा समय ही नहीं आया है कि इसे हटाने या इसमें ढील देने पर विचार किया जा सके। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर जैसे विवादित क्षेत्रों में काम करने को लेकर सेना पहले ही कई तरह के प्रिकाशनस ले रही है। सेना प्रमुख का बयान ऐसे समय आया है जब यह बातें उठ रही हैं कि सरकार और सेना के बीच AFSPA को खत्म करने के लिए चर्चा हो रही है।
आम्र्ड फोर्स स्पेशल पॉवर एक्टर सेना को कुछ विशेषाधिकार देता है। जम्मू कश्मीर और नार्थईस्ट में इसे हटाने की मांग लंबे समय से चल रही है। वहीं अब सेना प्रमुख का यह बयान, समय नहीं आया है कि AFSPA को हटाया जाए, बहुत महत्व रखता है। सेना प्रमुख ने कहा कि आफ्सपा बहुत जरूरी है। सेना नुकसान को भी ध्यान में रख रही है। सेना इस बात की पूरी कोशिश करती है कि इसके तहत आम आदमी को नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि AFSPA को सख्ती से लागू करने के हित में हम कभी नहीं रहे। हमे मानवाधिकारों की भी चिंता है।