Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Dec, 2017 01:59 AM
ड्रकन एंड ड्राइव नाके पर ट्रैफिक पुलिस अंधाधुंध चालान काटकर लोगों की सेहत खतरे में डाल रही है। ट्रैफिक नाकों पर पुलिस एल्कोहल मीटर पर लगी पाइप बदलने की जहमत तक नहीं उठाती।
चंडीगढ़, (सुशील राज): ड्रकन एंड ड्राइव नाके पर ट्रैफिक पुलिस अंधाधुंध चालान काटकर लोगों की सेहत खतरे में डाल रही है। ट्रैफिक नाकों पर पुलिस एल्कोहल मीटर पर लगी पाइप बदलने की जहमत तक नहीं उठाती। इसके कारण शराब की मात्रा चेक करवाने के दौरान वाहन चालकों को इंफैक्शन होने का डर बना रहता है। पुलिस जवान यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि वे एल्कोहल मीटर में लगी पाइप में दूर से फूंक मरवाते हैं लेकिन उसके बावजूद कीटाणु तो प्लास्टिक की पाइप में लग जाते हैं। हैरानी यह है कि आखिर में ड्रंकन एंड ड्राइव नाकों पर पाइप बदलने में क्या दिक्कत होती है जबकि ट्रैफिक पुलिस के जवानों को एल्कोहल मीटर पर पाइप बदलने के आदेश जारी कर रखे हैं।
रविवार रात ट्रैफिक पुलिस में तैनात एस.आई. अमरजीत सिंह के नेतृत्व में सैक्टर 18/19 की विभाजित सड़क पर नाका लगाया हुआ था। ट्रैफिक पुलिस का दो कांस्टैबल एल्कोहल मीटर लेकर कार और बाइक चालकों की शराब मात्रा चेक कर रहे थे। दोनों कांस्टेबल हर गाड़ी चालक से एल्कोहल मीटर में फूंक मरवाकर शराब चेक कर रहे थे लेकिन पाइप बदल नहीं रहे थे।
अगर कोई वाहन चालक पाइप बदलने के लिए कहता तो पुलिसकर्मी यह कहकर पल्ला झाड़ रहे थे कि पाइप में दूर से फूंक मार दो। ड्रंकन ड्राइव के एक ही नाके पर एक ही पाइप से पुलिसकर्मी काम चला दिया। नाका इंचार्ज अमरजीत सिंह ने बताया कि एल्कोहल मीटर में लगी पाइप पर दूर से फूंक मरवाई जाती है। जरूरत पडऩे पर ही बदली जाती है।
ध्यान रहे कि ट्रैफिक पुलिस ने एक जनवरी से 16 दिसम्बर 2017 तक पांच हजार 986 शराबी चालकों के चालान काटकर उनकी गाडिय़ां ज?त की है। वहीं 2016 में ट्रैफिक पुलिस ने चार हजार 617 वाहन चालकों के चालान किए थे।