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नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी और तीरंदाजी जैसे खेलों के हटने से भारत की पदक संभावनाओं को झटका लगा है लेकिन केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को यहां उम्मीद जतायी कि दूसरे खेलों के खिलाड़ी इस कमी को पूरा करेंगे।
राष्ट्रमंडल खेलों के लिए किट (पोशाक) अनावरण और खिलाड़ियों के विदाई समारोह के मौके पर ठाकुर ने कहा, ‘‘ पिछले (2018 गोल्ड कोस्ट) राष्ट्रमंडल खेलों में हमने सात स्वर्ण सहित 16 पदक सिर्फ निशानेबाजी में जीते थे। इस बार हमें इसकी कमी खलेगी लेकिन इन खेलों में हमारे 215 खिलाड़ी भाग ले रहे है और उम्मीद है कि वे अपनी स्पर्धाओं में अच्छा करेंगे।’’
भारत ने चार साल पहले ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में राष्ट्रमंडल खेलों के पिछले सत्र में 26 स्वर्ण सहित कुल 66 पदक के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था। भारत से आगे ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीम थी।
 
आगामी खेलों में भारतीय खिलाड़ी हल्के नीले और लाल रंग की पोशाक में स्पर्धा करते नजर आयेंगे जबकि उद्घाटन और समापन समारोह में वे गहरे नीले रंग की बंदगला शेरवानी में दिखेंगे।
ठाकुर ने इस बात पर खुशी जताई कि बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष और महिला खिलाड़ियों की संख्या लगभग बराबर है।
इस महीने 28 तारीख से शुरू होने खेलों में 215 खिलाड़ी में 108 पुरुष और 107 महिलाएं हैं। दल में कुल सदस्यों की संख्या 322 है, जिसमें 72 टीम अधिकारी, 26 अतिरिक्त अधिकारी, तीन महाप्रबंधक सहित नौ अन्य कर्मचारी शामिल हैं।

खिलाड़ियों की संख्या के हिसाब से सबसे बड़ा दल एथलेटिक्स और हॉकी (प्रत्येक में 36 खिलाड़ी) का है।

इसमें भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी भाग लेगी जो पहली बार इन खेलों का हिस्सा है। इसके अलावा भारतीय खिलाड़ी तैराकी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, मुक्केबाजी, साइकिलिंग, जिम्नास्टिक, ट्रायथलॉन, कुश्ती, भारोत्तोलन, लॉन बाउल, स्क्वैश, जूडो और पैरा खेलों में भाग लेंगे।

ठाकुर ने कहा, ‘‘ इस बात की बेहद खुशी है कि राष्ट्रमंडल खेलों में महिला खिलाड़ियों की संख्या पुरुषों के बराबर है । यह अपने आप में बड़ी बात है।  तोक्यो ओलंपिक में भी मीराबाई चानू ने भारत के पदक का खाता खोला था। पीवी सिंधू ने रियो और तोक्यो ओलंपिक में पदक जीता।  हाल ही में निकहत जरीन मुक्केबाजी में विश्व चैम्पियन बनी और भारतीय टीम इसमें तीसरे स्थान पर रही। ’’
इन खेलों में हालांकि महिला खिलाड़ियों की संख्या इस लिए भी बढ़ी हैं महिला क्रिकेट इसका हिस्सा है।

इस मौके पर केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक , भारतीय ओलंपिक समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल खन्ना, महासचिव राजीव मेहता, कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय, भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान के साथ इन खेलों में भाग लेने वाले कई खिलाड़ी मौजूद थे।
खन्ना ने कहा, ‘‘खेलों में 215 खिलाड़ियों के साथ मदद के लिए 81 सहयोगी सदस्य भी जा रहे है । इस में कुछ खिलाड़ियों की सहयोगी सदस्यों की निजी जरूरतों को भी ध्यान में रखा जा रहा है। ’’
मेहता ने इन खेलों में पदक जीतने वालों के लिए इनाम की घोषणा करते हुए कहा कि आईओए सभी पदक विजेताओं को नकद पुरस्कार देगा ।

उन्होंने कहा, ‘‘ इन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले 20 लाख रुपये, रजत पदक जीतने वाले को 10 लाख रुपये और कांस्य पदक जीतने वाले को साढ़े सात लाख रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा।
राजेश भंडारी इन खेलों में भारत के दल प्रमुख होगें जबकि विभु कल्याण नायक को टीम का चिकित्सक नियुक्त किया गया है।
दल प्रमुख के लिए ओंकार सिंह आईओए की पहली पसंद थे, लेकिन स्वास्थ्य संबंधित परेशानी के कारण उन्होंने  खन्ना से किसी और के नाम पर विचार करने का अनुरोध किया।

आईओए ने अब भंडारी को इस भूमिका के लिए चुना है, जिन्हें पहले दल के तीन महाप्रबंधकों में एक नामित किया गया था। भंडारी हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ के वर्तमान सचिव और भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के उपाध्यक्ष हैं।

ओंकार सिंह के बेटे मनिंदर सिंह को भंडारी के स्थान पर तीसरे महाप्रबंधक के रूप में दल में जोड़ा गया है। अन्य दो महाप्रबंधक प्रशांत कुशवाहा और अनिल धूपर हैं।

इस कार्यक्रम में हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह और पीआर श्रीजेश के अलावा पहलवान रवि दाहिया, बजरंग पूनिया और दीपक पूनिया के साथ ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन, आशीष चौधरी, अमित पंघाल जैसे कई खिलाड़ी मौजूद थे।



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