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नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) पोलैंड के किल्से में मंगलवार से शुरू हो रही युवा विश्व चैंपियनशिप में पहली बार अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) बाउट समीक्षा प्रक्रिया को लागू करेगा, जिसमें भारत के मुक्केबाज भी चुनौती पेश करते नजर आएंगे।

इस समीक्षा प्रणाली को 2019 में सीनियर स्तर पर लागू किया गया था।

एआईबीए से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘ यह पहली बार है जब युवाओं की प्रतियोगिताओं में बाउट समीक्षा प्रक्रिया को लागू किया जायेगा।’’
हारने वाले मुक्केबाज के टीम मैनेजर या मुख्य कोच के पास फैसले के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए 30 मिनट का समय होगा। उन्हें अगले 30 मिनट में इसके लिए कागजी कार्रवाई पूरी करनी होगी।

एआईबीए के मुताबिक, ‘‘ 5-0 या 4-1 के फैसले की समीक्षा नहीं होगी। सिर्फ 3-2 के खंडित फैसले की समीक्षा संभव है ।’’
इसके साथ ही तीन दौर के अंत में, अंतिम स्कोर को सार्वजनिक रूप से परिणामों की आधिकारिक घोषणा के बाद ही प्रदर्शित किया जाएगा।

प्रत्येक टीम को दो असफल समीक्षाओं तक की अनुमति है।

भारत ने इस प्रतियोगिता में 20 मुक्केबाजों को उतारा है जिसमें 10 पुरूष और 10 महिला मुक्केबाज शामिल हैं।

महिला टीम में 2019 एशियाई युवा चैंपियन नोरेम बेबीरोसाना चानू (51 किग्रा), विंका (60 किग्रा), सनामाचा चानू (75 किग्रा), अल्फिया पठान (81 किग्रा से अधिक) और खेलों इंडिया में तीन बार की स्वर्ण पदक विजेता अरुंधति चौधरी (69 किग्रा) के साथ गीतिका (48 किग्रा), अर्शी खानम (54 किग्रा), पूनम (57 किग्रा), निशा (64 किग्रा) और खुशी (81 किग्रा) शामिल हैं।

पुरूष वर्ग में भारतीय चुनौती की अगुवाई एशियाई युवा चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता अंकित नरवाल (64किग्रा) और एशियाई जूनियर चैम्पियन चोंगथम विश्वामित्र (49 किग्रा) करेंगे।

टीम में विकास (52 किग्रा), सचिन (56 किग्रा), आकाश गोरखा (60 किग्रा), सुमित (69 किग्रा), मनीष (75 किग्रा), विनीत (81 किग्रा), विशाल गुप्ता (91 किग्रा) और जुगनू (91 किग्रा से अधिक) को भी शामिल किया गया है।



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