नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे 'सिक्सर किंग' युवराज सिंह ने एक बार फिर 2019 वर्ल्ड कप में खेलने की इच्छा जताई है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि इसका फैसला कोच रवि शास्त्री आैर कप्तान विराट कोहली करेंगे। युवराज ने कहा, "मुझे 2019 तक क्रिकेट खेलने का जो भी मौका मिलेगा, मैं खेलूंगा। टीम में चयन होना मेरे हाथ में नहीं है, मैं सिर्फ मेहनत करते हुए और सुधार ही कर सकता हूं।"
उन्होंने कहा कि पिछले साल टीम से ड्रॉप होने के बाद मैंने काफी मेहनत की है और मैं बस क्रिकेट पर ही फोकस कर रहा हूं। हर कोई इस समय वर्ल्ड कप के लिए टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए बात कर रहा है। हालांकि, यह पूरी तरह से चयनकर्ता, कोच और कप्तान का फैसला है।
युवी का कहना है कि जब तक उनकी जरूरत नहीं होगी, तब तक वो अपनी टीम के लिए रणजी ट्रॉफी में भी नहीं खेलेंगे। उनका तर्क ये है कि अगर वो चार दिवसीय मैच खेलते हैं तो इस स्थिति में अनमोलप्रीत सिंह और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों को मौका नहीं मिलेगा। अगर उनका चयन इंडिया ए के लिए होता है तो वह कुछ मैच खेल सकते हैं। युवी के मुताबिक, मुझे वर्ल्ड कप खेलना है, इसलिए मैं किसी युवा खिलाड़ी की जगह नहीं लेना चाहता। इस वक्त मैं घरेलू टूर्नामेंट खेलने की तैयारी कर रहा हूं।
पहले से फिट हैं युवराज
पिछले साल यो-यो टेस्ट में फेल होन के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद युवी ने टेस्ट पास तो किया, लेकिन घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उनकी वापसी की कोशिश को झटका लगा। इसके बाद युवराज सिंह ने पहले इंग्लैंड जाकर ट्रेनिंग ली और अब वह पहले से भी ज्यादा फिट नजर आ रहे हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी में भी युवराज सिंह का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। उन्होंने 7 मुकाबलों में 264 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 96 का रहा। इस बीच, उन्होंने गेंदबाजी में भी जरूरत पड़ने पर योगदान दिया। भारतीय टीम के लिए 4 नंबर का स्पॉट अभी खाली है। हालांकि, युवी के लिए टीम में जगह बना पाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है, लेकिन देखना होगा कि क्या टीम मैनेजमेंट एक बार फिर उन पर भरोसा करता है या नहीं।