जालन्धर : भारतीय पूर्व ऑलराऊंडर युवराज सिंह ने अपने जन्मदिन पर एक ट्विट किया है जिसपर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। ट्विट मेें युवराज सिंह ने पिता के विचारों से सहमत न होने की बात कही है। दरअसल किसान बिलों को लेकर पंजाब के किसान इस समय दिल्ली में डेरा लगाए हुए हैं। दिल्ली जाते वक्त धरनास्थलों पर आयोजित जलसों में युवी के पिता योगराज सिंह ने कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं जिसके बाद से उनका विरोध चल रहा है। ऐसे में युवी ने ट्विट कर स्थिति साफ करने की कोशिश की है।
युवी ने ट्विट में लिखा है-
इस साल, मैं अपना जन्मदिन मनाने की बजाय, हमारे किसानों और सरकार के बीच चल रही बातचीत में जल्द समाधान के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। हमारे किसान हमारे राष्ट्र की जीवन रेखा हैं। मेरा मानना है कि ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसे शांतिपूर्ण बातचीत से हल नहीं किया जा सकता है।
मैं इस महान देश का बेटा हूं और मेरे लिए इससे ज्यादा गर्व की कोई बात नहीं है। मैं स्पष्ट करना चाहता हैं कि मेरे पिता श्री योगदार सिंह द्वारा की गई टिप्पणी एक व्यक्तिगत क्षमता में की गई है। मेरी विचारधारा किसी भी तरीके से उनकी सोच से सहमत नहीं है।
मैं सभी से आग्रह करता हूं कि कोविड-19 के खिलाफ सावधान बरतना बंद न करें। महामारी खत्म नहीं हुई है और हमें पूरी तरह से वायरस को हराने के लिए सावधान रहने की जरूरत है।
जय जवान, जय किसान। जय हिन्द।
शुरू से तल्ख रहे हैं रिश्ते
युवी के पिता योगराज सिंह भी भारतीय टीम की ओर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके हैं। वह अपने बेटे युवराज को भी क्रिकेटर ही बनाना चाहते थे। युवराज ने एक बार इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें बचपन से स्केटिंग पसंद थी। वह जब एक कंपीटिशन जीतकर घर पहुंचे तो पिता ने उनका हौसला बढ़ाने की बजाय पिटाई कर दी। योगराज चाहते थे कि उनका बेटा क्रिकेट के अलावा कोई और गेम बिल्कुल न देखे।