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नई दिल्लीः क्रिकेट खेलने के लिए खिलाड़ियों का पूरी तरह से फिट रहना बेहद जरूरी है। इसी कारण टीम इंडिया का 'यो-यो फिटनेस टेस्ट' टेस्ट लिया जाता है, जो पास होगी उसकी टीम में एंट्री होगी। लेकिन अब यो-यो टेस्ट को आईपीएल में भी लागू कर दिया है। चार टीमें खिलाड़ियों का टेस्ट ले भी चुकी हैं आैर वह पास होने वालों को ही प्लेइंग इलेन में शामिल करेंगी।

टीम प्रबंधन ने दिए सख्त निर्देश
टीम प्रबंधन ने खिलाड़ियों को फिट रहने के सख्त निर्देश भी दे दिए हैं। आईपीएल में इसे लागू करने का कारण एक यह भी है कि फ्रेचाइजी नहीं चाहेगी कि उसका पैसा वसूल ना हो, क्योंकि कई खिलाड़ी नीलामी के दाैरान बिक तो जाते हैं पर बाद में अनफिट होकर टीम से बाहर निकल जाते हैं। 

रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की चैंपियन रही मुंबई इंडियंस ने अपनी टीम के लिए यो-यो टेस्ट लागू भी कर दिया है। इसके अलावा विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलंजर्स बेंगलुरू, आर अश्विन की किंग्स इलेवन पंजाब और अजिंक्य रहाणे वाली राजस्थान रॉयल्स ने भी अपने खिलाड़ियों के लिए फिटनेस टेस्ट यो-यो को लागू कर दिया है। इस टेस्ट के गुजरने के बाद ही खिलाड़ी खेल सकते हैं।
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जानिए 'यो-यो फिटनेस टेस्ट' के बारे
यो-यो फिटनेस टेस्ट में 20 मीटर की दूरी पर दो पंक्तियां बनाई जाती हैं। खिलाड़ी लगातार दो लाइनों के बीच दौड़ता है और जब बीप बजती है तो उसे मुड़ना होता है। हर एक मिनट में तेजी बढ़ती जाती है और अगर समय पर रेखा तक नहीं पहुंचे तो दो और 'बीप' के अंतर्गत तेजी पकड़नी पड़ती है। अगर खिलाड़ी दो छोरों पर तेजी हासिल नहीं कर पाता है तो परीक्षण रोक दिया जाता है। BCCI के मुताबिक हर खिलाड़ी को इस टेस्ट में कम से कम 19.5 या इससे ज़्यादा अंक हासिल करने होते हैं ।