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नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) कोविड-19 महामारी से प्रभावित पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में जगह बनाने वाली टीमों का फैसला उन्होंने जितने मैचों में हिस्सा लिया है उनमें मिले अंकों के प्रतिशत के आधार पर करने पर विचार करेगा।

एक रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी की क्रिकेट समिति ने पहले टूर्नामेंट के लिए इस विकल्प पर विचार किया है लेकिन अंतिम फैसला इस हफ्ते मुख्य कार्यकारियों की समिति करेगी। रिपोर्ट के अनुसार, ‘विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में जगह बनाने वाली टीमों का फैसला उनके द्वारा खेले मैचों से मिले अंकों के प्रतिशत के आधार पर किया जा सकता है।' आईसीसी की साल की अंतिम तिमाही बैठक सोमवार से शुरू होगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति ने महामारी के कारण नहीं खेले गए मैचों को ड्रॉ मानने और अंक बांटने के विकल्प पर भी विचार किया लेकिन इसे खारिज कर दिया गया। डब्ल्यूटीसी के अनुसार शीर्ष रैंकिंग वाली प्रत्येक नौ टीमें दो साल में छह श्रृंखलाएं खेलती हैं और प्रत्येक श्रृंखला में अधिकतम 120 अंक दांव पर लगे होते हैं। शीर्ष दो टीमें अगले साल जून में लार्ड्स पर होने वाले फाइनल में जगह बनाएंगी। नए प्रस्ताव के अनुसार अगर भारत आस्ट्रेलिया के खिलाफ सभी चार टेस्ट गंवा देता है और इंग्लैंड के खिलाफ सभी पांच टेस्ट जीत लेता है तो उसके 480 यानि 66.67 अंक हो जाएंगे।

भारत अगर इंग्लैंड के खिलाफ पांचों टेस्ट जीतता है और ऑस्ट्रेलिया से 1-3 से हार जाता है जो उसके 510 या 70.83 प्रतिशत अंक होंगे जो न्यूजीलैंड के अधिकतम संभव प्रतिशत से कुछ अधिक होगा। भारत अगर इंग्लैंड को 5-0 से हराता है और आस्ट्रेलिया से 0-2 से हार जाता है तो उसके 500 अंक या 69.44 प्रतिशत अंक होंगे। इसका मतलब हुआ कि अगर न्यूजीलैंड स्वदेश में 240 अंक हासिल कर लेता है तो ऑस्ट्रेलिया में दो ड्रॉ भी भारत के लिए पर्याप्त नहीं होंगे। अन्य टीमों में न्यूजीलैंड की टीम सबसे फायदे की स्थिति में है।

अगर टीम वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में क्लीनस्वीप करती है तो उसके 420 अंक हो जाएंगे जो 70 प्रतिशत अंक होते हैं और टीम शीर्ष दो में जगह बनाते हुए फाइनल खेलेगी। भारत को आस्ट्रेलिया में चार टेस्ट खेलने हैं जबकि पांच टेस्ट के लिए इंग्लैंड की मेजबानी करनी है और इन दो श्रृंखलाओं से डब्ल्यूटीसी के फाइनल में जगह बनाने वाली टीमों का फैसला होगा। भारत ने अब तक चार श्रृंखला खेली हैं और 360 अंक के साथ शीर्ष पर चल रहा है। उसके बाद आस्ट्रेलिया (296) और इंग्लैंड (292) का नंबर आता है।