Sports

ब्रोनिट्सीः रूस में विश्व कप में भाग लेने आई टीमों ने अपने खिलाडिय़ों को हैकिंग से बचाने के लिये कड़े दिशानिर्देश लागू किये हैं जिसमें डाटा चोरी होने से बचने के लिये अपना मोबाइल नेटवर्क इस्तेमाल करना भी शामिल है।

PunjabKesari

पिछले टूर्नामेंट में टीमों ने जहां ‘पपराजी’ से खुद को दूर रखने के लिये अलग अलग तरह के जतन किये थे लेकिन रूस में स्टार खिलाडिय़ों ने अपनी निजता की रक्षा के लिये ‘हाई - टेक’ चीजें अपना रहे हैं। आस्ट्रेलियाई फुटबाल महासंघ उन कई टीमों में से एक है जो रूस में अपना मोबाइल नेटवर्क कनेक्शन का इस्तेमाल कर रही है ताकि खिलाडिय़ों और स्टाफ के उपकरणों में मौजूद सूचना तक पहुंच मुश्किल हो सके।

PunjabKesari

टीम ने खिलाडिय़ों को ‘ असुरक्षित वाई फाई नेटवर्क ’ से कनेक्ट करने आगाह कर रही है और उन्हें टीम के अपने वीपीएन फिटिड 4 जी मोबाइल रूटर से ही जुडऩा चाहिए। ब्रिटेन के जीसीएचक्यू इंटेलिजेंस सेवा ने इंग्लैंड को सतर्क किया है और खिलाडिय़ों के स्मार्टफोन और अन्य उपकरणों में विशेष टूर्नामेंट के लिये विशेष ‘ एनक्रिप्शन साफ्टवेयर ’ लगाया है। फ्रांस की सूचना सुरक्षा एजेंसी ‘ एनसी ’ के प्रमुख गिलौमे पोपार्ड ने एएफपी को बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय टीम को रूस में आनलाइन सुरक्षा संबंधित सलाह दी है।

PunjabKesari

पोपार्ड ने कहा, ‘‘ यह आम सलाह की तरह है , जैसे कि हम व्यापार के लिये यात्रा कर रहे लोगों को देते हैं कि आप जिस भी नेटवर्क से कनेक्ट करते हो , उस पर ध्यान रखिये। साथ ही अपना सारा निजी डाटा अपने साथ मत रखिये।’’ रूस में काफी हैकिंग होती है। रूस के हैकिंग ग्रुप ‘ फैन्सी बीयर ’ ने 2014 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के ईमेल जारी किये थे जब रूस को अपने डोपिंग कार्यक्रम के लिये इस साल के पेयोंगचांग शीतकालीन ओलंपिक में भाग लेने के लिये प्रतिबंधित किया गया था।