नई दिल्ली : 10वीं वुमन वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियंस में भारत की तरफ से 5 प्रमुख बॉक्सर पदक की दावेदार होंगी। मैरीकॉम चैंपियंस में ब्रॉन्ड दूत होने के साथ ही यहां सबसे सफल मुक्केबाजों में से एक हैं। वहीं, भारत के लिए सरिता देवी और स्वीटी जैसे बॉक्सर भी पदक जीतने की कोशिश करेंगे। पेश है भारत के 5 ऐसे बॉक्सर जो चैंपियंसशिप के दौरान कड़ी टक्कर देंगे।
असम की भाग्यबती 81 किलोवर्ग में खेलेंगी
असम की रहने वाली 26 साल की बॉक्सर भाग्यबती 81 किलोग्राम भार वर्ग में खेलेंगी। भाग्यबती ने बॉक्सर बनने से पहले वॉलीबॉल, फुटबॉल और कबड्डी में भी हाथ आजमाया था। कोकराझार के साई सेंटर में उन्होंने मुक्केबाजी शुरू की।
पदक की उम्मीद है मैरीकॉम
35 साल की मैरीकॉम चैंपियंसशिप की सबसे सफल मुक्केबाजों में से एक है। वहां यहां अपना छठा स्वर्ण जीतने की कोशिश करेंगी। राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली मैरीकॉम ने कहा कि वह फिट है और भारत के लिए एक और पदक लाने का प्रयास करेंगी। 3 बच्चों की मां मैरीकॉम ने कहा कि वह 2020 टोक्यो ओलंपिक में 48 किलो वर्ग में उतरेंगी।
मणिपुर की सरिता से भी होंगी उम्मीदें
मैरीकॉम के बाद अगर भारतीय टीम में कोई अनुभवी मुक्केबाज है तो वह है सरिता देवी। मणिपुर की रहने वाली 36 साल की सरिता 60 किलोग्राम वर्ग में खेलेंगी। 5 एशियाई खिताब के साथ वह वल्र्ड चैंपियनशिप में भी दम दिखा चुकी हैं।
स्वीटी के मुक्कों में भी है दम
हिसार की रहने वाली 25 साल की स्वीटी 75 किलो भारवर्ग में हिस्सा लेगी। वह शुरू में कबड्डी खिलाड़ी बनना चाहती थी लेकिन पिता की सलाह पर उन्होंने मुक्केबाजी शुरू की। 2014 की वल्र्ड चैंपियनशिप में उन्होंने रजत पदक जीता था।
भाई को देखकर खेलने लगी थी मनीषा
कैथल की रहने वाली 21 साल की मनीषा 54 किलो भारवर्ग में खेलेंगी। 2013 में उनके परिवार को पहली बार उनके मुक्केबाजी के शौक का पता चला जब राज्य स्तर पर जीतने के बाद उसकी फोटो अखबार में छपी थी। मनीषा को खेलने का शौक अपने भाई को वालीबॉल खेलते देख पड़ा था। बता दें कि लोवलिना बोरगोहेन, सिमरनजीत कौर 69 किलो, सोनिया 57 किलो तो पिंकी रानी 51 किलोग्राम भारवर्ग में चुनौती देंगी।