शंघाई ,चीन ( निकलेश जैन ) फीडे विश्व रैपिड और ब्लिट्ज़ शतरंज के मुकाबलों के बाद अब बारी है महिला क्लासिकल विश्व शतरंज चैंपियनशिप की जो की 3 जनवरी से 26 जनवरी के दौरान मौजूदा विश्व चैम्पियन चीन की जू वेंजून और चैलेंजर रूस की अलकसान्द्रा गोर्याचिकिना के बीच खेली जाएगी । पहली बार विश्व शतरंज चैंपियनशिप के पहले छह मुक़ाबले शंघाई चीन तो उसके बाद के छह मुक़ाबले रूस के व्लादीवोस्टोक में खेले जाएंगे । यहाँ भारत के हिसाब से रोचक बात यह है की अगर आने वाले समय में जिस तरह भारत की कोनेरु हम्पी खेल रही है और फीडे कैंडीडेट जीत पाती है तो वह इस प्रतियोगिता में जीत कर विश्व चैम्पियन बनने वाली खिलाड़ी से क्लासिकल विश्व चैम्पियनशिप के लिए चयनित हो सकती है ।
प्रतियोगिता में कुल 12 क्लासिकल मुक़ाबले होंगे और पहले 6.5 अंक बनाने वाले खिलाड़ी को विजेता घोषित कर दिया जाएगा और अगर 12 राउंड के बाद परिणाम नहीं निकला तो फिर टाईब्रेक मुक़ाबले रैपिड और ब्लिट्ज़ के होंगे । क्लासिकल मैच में परिणाम निकलने पर प्रतियोगिता की 5 लाख यूरो मतलब करीब 4 करोड़ रुपए दोनों खिलाड़ियों में 60% - 40 % के हिसाब से बाँट दिये जाएँगे और अगर परिणाम टाईब्रेक से निकला तो अनुपात 55% - 45 % का होगा ।