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नई दिल्लीः डिफेंडर सुनीता लाकड़ा की कप्तानी में भारतीय महिला हॉकी टीम कोरिया के डोंगहाए सिटी में 13 मई से शुरू होने वाले पांचवें महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रवाना हो गई है जहां वह दूसरी बार खिताब पाने के लक्ष्य के साथ उतरेगी। कोरिया के डोंगहाए सिटी में 13 मई से शुरू होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में भारत के अलावा जापान, चीन, मलेशिया और मेजबान कोरिया की टीमें खिताब के लिए चुनौती पेश करेंगी। महिला कप्तान रानी रामपाल की अनुपस्थिति में सुनीता को भारतीय टीम की कमान सौंपी गयी है।   

वर्ष 2016 में भारतीय टीम ने फाइनल में चीन को 2-1 से हराकर पहली बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। इस मैच में दीपिका ने 60वें मिनट में टीम के लिए विजयी गोल करते हुए भारत को खिताब दिलवाया था। एशिया कप की जीत से उत्साहित भारतीय टीम दूसरी बार एशिया में अपनी धाक जमाने के लक्ष्य के साथ कोरिया रवाना हुई है। 27 वर्षीय अनुभवी ओडिशा की डिफेंडर सुनीता ने कहा, ''हमने 2016 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था, उसके बाद 2017 में एशिया कप का खिताब अपने नाम किया और फिर 2018 में हम इसी लय को बरकरार रखना चाहते हैं। हम इस वर्ष फिर से अपने टूर्नामेंट को यादगार बनाना चाहते हैं।''  

भारत अपने अभियान की शुरूआत टूर्नामेंट के पहले दिन जापान के खिलाफ करेगा और सुनीता को उम्मीद है कि टीम 21वें गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में अपने अनुभव और प्रदर्शन की बदौलत कोरिया में भी आत्मविश्वास के साथ उतरेगी जहां वह चौथे पायदान पर रही थी। कप्तान ने कहा, ''हम जानते हैं कि गोल्ड कोस्ट में हम पदक के करीब आकर भी चूक गये लेकिन हमने आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। हम एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी इसी लय को कायम रखने का प्रयास करेंगे। हमें इस टूर्नामेंट के प्रदर्शन की बदौलत जकार्ता में एशियन गेम्स में भी अपनी स्थिति के बारे में पता चलेगा।''  

भारतीय महिला टीम में हालांकि कप्तान रानी, फारवर्ड पूनम रानी और डिफेंडर सुशीला चानू की अनुपस्थिति चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है जिन्हें आराम दिया गया है। लेकिन सुनीता का मानना है कि टीम का लक्ष्य खिताब का बचाव करना है और वह हर तरह से तैयार है। सुनीता ने कहा, ''हां, हम निश्चित ही टीम में अनुभवी खिलाड़यिों की कमी महसूस करेंगे लेकिन अभी भी हमारे पास कई अनुभवी और युवा खिलाड़यिों का संयोजन है। युवा खिलाड़ियों के पास पिछले कुछ वर्षाें में कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में खेलने का अनुभव रहा है। हम एक दूसरे की कमजोरियों को जानते हैं। विश्वकप और एशियन गेम्स से पहले हमारे लिए चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करना काफी अहम होगा।''