नई दिल्ली : ओलिम्पिक इतिहास में भारतीय महिला गोल्फर पहली बार मैडल जीत सकती हैं। गोल्फर अदिति अशोक टोक्यो ओलिम्पिक के दौरान वुमन स्पर्धा के राऊंड 3 तक दूसरे स्थान पर बनी हुई हैं। उन्होंने अब तक 12 अंडर 201 का स्कोर किया है जोकि कॉर्डा (198) के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। राऊंड चार में अगर अदिति अपना प्रदर्शन दोहराने में कामयाब रही तो उनके लिए मैडल जीतने की संभावना बन जाएगी।
लीडरबोर्ड की स्थिति
नाम |
पार |
आर-1 |
आर-2 |
आर-3 |
कुल |
नैली कॉर्डा |
-15 |
67 |
62 |
69 |
198 |
अदिति अशोक |
-12 |
67 |
66 |
68 |
201
|
केओ लिडिया |
-10 |
70 |
67 |
66 |
203 |
हाना ग्रीन |
-10 |
70 |
63 |
70 |
203 |
इमिली क्रिस्टाइन |
-10 |
70 |
63 |
70 |
203 |
इसलिए दावेदार है अदिति अशाोक
अदिति अशोक ने अब तक प्रत्येक 3 राऊंड में 5-5 बर्डी लगाई है। चौथे दिन अगर वह बिना बोगी के 5 बर्डी लगाने में सफल रहीं तो वह 5 अंडर 67 का कार्ड खेलेंगी। इससे उनका स्कोर 268 होगा जोकि तीसरे स्थान पर चल रही न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की गोल्फर से 2 प्वाइंट अंडर होगा। अदिति लीडर यू.एस. की प्रतिद्वंद्वी नैली कॉर्डा को टक्कर देने की स्थिति में हैं क्योंकि कॉर्डा ने तीसरे दिन 69 का कार्ड खेला था। उनके टोटल प्वाइंट 198 है जबकि अदिति के 201। वह राऊंड 4 में अगर बगैर बोगी के 7 बर्डी और 1 ईगल लगाने में कामयाब हुई तो उनके गोल्ड जीतने की संभावना बन जाएगी। हालांकि इसके लिए कार्डा को वहीं खेल दिखाना होगा जो उन्होंने तीसरे दिन दिखाया था।
अदिति अशोक
जन्म : 29 मार्च 1998, बेंगलुुरु, कर्नाटक
विजेता : लेडीज यूरोपीयन टूर 3, एल.ई.टी. रूकी ऑफ द ईयर 2016
उपलब्धियां : बेंगलुरु में जन्मी और द फ्रैंक एंथनी पब्लिक स्कूल से ग्रैजुएट अदिति ने 5 साल की उम्र में गोल्फ खेलनी शुरू की थी। पिता अशोक गुडलामणि उनके कैडी हैं। अदिति पहली भारतीय गोल्फर हैं जोकि एशियाई युवा खेल (2013), युवा ओलिम्पिक खेल (2014), एशियाई खेल (2014) और ओलिम्पिक खेल (2016) में खेली।
-2017 में उन्होंने एल.पी.जी.ए. में एंट्री की। 8वें स्थान पर रहीं।
-2018 के 25 इवैंट्स के 17 में उन्होंने कट हासिल किया।
-2019 के 22 इवैंट्स के 13 में कट हासिल किया।