Sports

स्पोर्ट्स डेस्क : अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम मोटेरा में आज अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत आने पर नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की और 1.10 लाख लोगों की क्षमता वाला ये स्टेडियम करीब भरा हुआ था। लेकिन इस कार्यक्रम में मोटेरा स्टेडियम बनाने में अहम योगदान देने वाले मृगेश जयकृष्ण को निमंत्रण नहीं दिया गया। 

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व वाइस-प्रेजिडेंट जयकृष्ण ने एक मीडिया हाउस को जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम में बुलाया नहीं गया। जयकृष्ण ने 1983 में इस स्टेडियम को बनाने में अहम भुमिका निभाते हुए इसके लिए 8 महीने और 13 दिन में अनुमति ली थी। 

जयकृष्ण ने कहा कि मुझे निमंत्रण नहीं भेजा गया। मोटेरा दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बना इसके लिए मेरे दिल को किसी भी अन्य भावना से 99.9% सुकून है। इसी के साथ ही उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे गुजरात के सीएम माधवसिंह सोलंकी ने उन्हें स्टेडियम के लिए जमीन मुहैया कराई थी। उन्होंने दूसरे स्टेडियम के निर्माण में योग्यता देखी और मोटेरा में हमें जमीन आवंटित की। वह अपनी ही पार्टी के नेताओं के विरोध के बावजूद हमारे साथ खड़े थे। इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा। हमें पता था कि हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं। 

उन्होंने आगे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने गुजरात के सीएम बनने के बाद सुविधाओं को जोड़कर और पूरे मैदान को बेहतर बनाकर स्टेडियम को और विकसित करने में रुचि ली। उन्होंने कहा कि स्टेडियम दुनिया में सबसे बड़ा बन गया और यह उनके और सभी गुजरातियों के लिए बहुत गर्व की बात है।