जालन्धर, (जसमीत सिंह) : विश्व क्रिकेट फैंस आज सन्न है। सन्न होने की वजह भी जायज है। आखिर दिग्गज साऊथ अफ्रीकी क्रिकेटर एबी डी-विलियर्स ने संन्यास जो ले लिया है। डीविलियर्स की पहचान तेजतर्रार क्रिकेटर के रूप में होती है जिन्होंने क्रिकेट के तीनों फार्मेट में बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए है। खास तौर पर वैस्टइंडीज के खिलाफ 31 गेंदों में लगाई गई उनकी वल्र्ड क्रिकेट की सबसे फास्टेस्ट सेंचुरी को तो कोई भूल नहीं सकता। इस मैच दौरान डीविलियर्स ने 16 छक्के उड़ाए थे जिसे बाद में भारत के रोहित शर्मा ने बराबर किया। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि पहली बार किसी फार्मेट में 300 की स्ट्राइक रेट से पीटने वाले डीविलियर्स एक बार भारत के खिलाफ बिल्कुल ही धीमा हो गए थे। उन्होंने बनाए तो सिर्फ 43 रन थे लेकिन इसके लिए उन्होंने 297 गेंदें खेल ली थी। तब उनका स्ट्राइक रेट था 14.47 जोकि विश्व क्रिकेट के इस धुरंधर खिलाड़ी द्वारा बनाया गया सबसे हैरानी भरा रिकॉर्ड था।
भारत के खिलाफ खेली थी डीविलियर्स ने यह पारी 2015 में साऊथ अफ्रीका टीम भारत के दौरे पर आई थी। चौथा टैस्ट दिल्ली में खेला गया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अजिंक्य रहाणे के शतक की मदद से 334 रन बनाए थे। रहाणे के अलावा अश्विन ने 56 तो धवन ने 33 रनों का योगदान दिया था। लेकिन साऊथ अफ्रीका की टीम पहली पारी में महज 121 पर ऑल आऊट हो गई। स्पिनर रवींद्र जडेजा ने पांच अफ्रीकी बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। वहीं, अश्विन और यादव ने दो तो ईशांत शर्मा ने एक विकेट झटका। लीड लेकर दूसरी पारी में खेलने आए भारत ने कप्तान विराट कोहली के 88 तो अजिंक्य रहाणे के 100 रनों की मदद से 267 पर पारी घोषित कर दी। इस तरह अफ्रीका को टेस्ट जीतने के लिए 483 रन की जरूरत थी। दूसरी पारी में भी साऊथ अफ्रीका के ओपनर जल्दी पवेलियन लौट गए। साऊथ अफ्रीका के सामने हार का खतरा बना हुआ था। ऐसे समय में हाशिम अमला के साथ डीविलियर्स ने जोड़ी बनाई। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए की तो सिर्फ 27 रन की पार्टनरशिप लेकिन इसके लिए उन दोनों ने 253 गेंदें खेल लीं। अमला जब आऊट हुए तब उनका स्कोर था 25 जबकि वह 244 गेंद खेल चुके थे। वहीं, दूसरी ओवर डीविलियर्स एक छोर पर खड़े होकर ओवर निकालने में लगे रहे। लेकिन डीविलियर्स को साथी खिलाडिय़ों से सहयोग नहीं मिला। साऊथ अफ्रीका का स्कोर जब 136 रन था तब डीविलियर्स भी अपनी लय गंवा बैठे। अश्विन की गेंद को मारने के चक्कर में वह जडेजा को कैच थमा बैठे। डीविलियर्स तब तक 297 गेंद में 43 रन बना चुके थे। उनका स्ट्राइक रेट महज 14.47 था जो संभवत: उनका सबसे धीमा प्रदर्शन था। दिल्ली में खेले गए इस मैच में भारत चाहे ही 337 रनों से जीत गया लेकिन सारी चर्चा डीविलियर्स और अमला ही सिमेट ले गए। क्रिकेट दिग्गजों को उम्मीद ही नहीं थी कि डीविलियर्स इतनी धीमी पारी भी खेल सकते हैं। जो भी हो उस दिन डीविलियर्स ने दिखा दिया था कि उनकी पहचान तेज तर्रार क्रिकेटर की बजाय धैर्यवान क्रिकेटर के रूप में भी होनी चाहिए।