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नई दिल्लीः क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें दर्शक क्या बल्कि कोई भी जीत या हार की भविष्यवाणी नहीं कर सकता जबतक मैच की अंतिम गेंद ना फैंकी जाए। इसीलिए क्रिकेट को एक अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है। ऐसे रिकाॅर्ड्स इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं जिनपर यकीन करना कभी-कभी मुश्किल हो जाता है। इन्हीं में से एक है अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में 145 ओवर तक कोई रन नहीं बनना। 

आज के दिन यानी से 68 साल पहले लार्ड्स मैदान पर वेस्टइंडीज टीम ने पहली बार इंग्लैंड को उन्हीं की धरती पर मात दी। वेस्टइंडीज सिर्फ ऐतिहासिक जीत को लेकर ही नहीं दो कैरेबियाई स्पिन गेंदबाजों को लेकर भी चर्चा में रहा। वेस्टइंडीज के गेंदबाज वैलेंटाइन और रामदीन ने मिलकर इस मैच में 145 ओवर मेडन फेंके जिसमें 75 ओवर तो अकेले वैलेंटाइन के है यह आज तक एक रिकॉर्ड है।

टूट गई थी अंग्रेजों की कमर
साल 1950 में वेस्टइंडीज टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी। चार मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट लार्ड्स में खेला गया। वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। मेहमान टीम की पहली पारी 326 रन पर सिमट गई। अब बारी थी इंग्लिश बल्लेबाजों की, इंग्लैंड को लगा कि वह कैरेबियाई गेंदबाजों पर आसानी से दबाव बना लेंगे मगर उस दिन कुछ इतिहास बनना था, वेस्टइंडीज के दो युवा स्पिनर वैलेंटाइन और रामदीन ने मिलकर पहली पारी में 55 ओवर मेडन फेंके और 9 विकेट हासिल किए। इसके बाद दूसरी पारी में वेस्टइंडीज ने 425 रन बनाए और अब चौथी पारी में इंग्लैंड को जीतने के लिए 600 रन बनाने थे। यह लक्ष्य तो नामुमकिन था ही ऊपर से सेकेंड इनिंग में फिर रामदीन-वैलेंटाइन की जोड़ी ने इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। दोनों ने मिलकर 90 ओवर मेडन डाले और 9 विकेट हासिल किए। 

870 गेंदें निकलीं खाली
इस तरह दोनों पारियों में इन गेंदबाजों ने कुल 145 ओवर मेडन डाले, यानी कि 870 गेंदें खाली गईं। सोनी रामदीन और ऑल्फ वैलेंटाइन को अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं था। इंग्लैंड के खिलाफ मैच से पहले इन दो युवा गेंदबाजों ने सिर्फ एक टेस्ट खेला था और दूसरे टेस्ट में दोनों ने इतना बेहतरीन प्रदर्शन किया कि इतिहास के पन्नों में इनका नाम दर्ज हो गया। रामदीन ने इस टेस्ट में 115 ओवर फेंके जिसमें 70 ओवर मेडन रहे और 11 विकेट चटकाए। वहीं वैलेंटाइन ने 116 ओवर में 7 विकेट लिए जबकि 75 ओवर तो मेडन रहे। एक टेस्ट मैच में किसी भी गेंदबाज द्वारा यह सबसे ज्यादा मेडन ओवर है।