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गोल्ड कोस्ट : कॉमनवैल्थ गेम्स में भारतीय वेटलिफ्टरों का सुनहरा अभियान जारी है। गेम्स के चौथे दिन पूनम यादव ने 69 किलो वर्ग में पहला स्थान प्राप्त कर भारत की झोली में पांचवां स्वर्ण पदक डाला। ग्लास्गो में 2014 कॉमनवैल्थ गेम्स के 63 किलो वर्ग में यादव ने कांस्य पदक जीता। उसने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 222 किलो (110 और 122 किलो) वजन उठाया। इंग्लैंड की सारा डेविस 217 किलो वजन उठाकर दूसरे स्थान पर रही। कांस्य पदक फीजी की अपोलोनिया वेइवेइ को मिला जिसने 216 किलो वजन उठाया।

भारतीय रेलवे में कर्मचारी यादव ने कहा- मेरे पिता ने मेरे प्रशिक्षण के लिए कर्ज लिया था। उनकी दुआओं के चलते मैं पदक जीतने में सफल रही। मेरे पिता घर में पूजा पाठ करते हैं और मां गृहिणी है। मैं और मेरी बहन ही घर चलाते हैं। 

यादव ने कहा कि मुझे फीफी से अच्छी चुनौती मिलने की उम्मीद थी, इंग्लैंड से नहीं। सारा ने जब आखिरी लिफ्ट में 128 किलो वजन उठाने का फैसला किया तो मैं नर्वस थी क्योंकि वह उठा सकती थी। उसने कहा- लेकिन यह किस्मत की बात है। मुझे वह मिला जो मेरी तकदीर में था और उसे वह जो उसकी तकदीर में था। 

शुक्र है कि कुछ देर के लिए हमारे फिजियो को आने दिया गया जिन्होंने मेरे घुटने पर पट्टी लगाई। मुझे वहां दर्द हो रहा था। उत्तर प्रदेश की रहने वाली यादव ने पिछले साल कॉमनवैल्थ चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था। उसने कहा- मैंने अपनी बड़ी बहन के कहने पर वेट लिफ्ंिटग अपनाई और 2014 में भारतीय टीम के शिविर में आई।

यादव ने कहा-  इससे पहले मीराबाई चानू ( 48 किलो ), संजीता चानू ( 53 किलो), सतीश शिवङ्क्षलगम ( 77 किलो ) और वेंकट राहुल रागाला ( 85 किलो) ने भारत को वेट लिफ्ंिटग में चार गोल्ड दिलाए हैं।