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नई दिल्ली: भारत प्रतिष्ठित थामस कप में इस बार युवा खिलाडिय़ों की टीम के साथ उतर रहा है लेकिन विश्व रैंकिंग में 18वें स्थान पर काबिज बी साई प्रणीत को लगता है कि टीम न सिर्फ नाकआउट चरण में पहुंचने का दमखम रखती है बल्कि पदक की भी दावेदार है। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के पिछले तीन आयोजनों के नाकआउट चरण में पहुंचने में विफल रही हैं। 2010 में मलेशिया में टीम आखिरी बार इसके क्वार्टरफाइनल में पहुंची थी।

प्रणीत इस बात को लेकर आशान्वित है कि रविवार से बैंकाक में शुरू होने वाले थामस कप में टीम शानदार प्रदर्शन करेगी। प्रणीत ने पीटीआई से कहा, ‘‘ मुकाबला कठिन है, सभी टीमें मजबूत हैं। अगर हम श्रीकांत और सात्विक-चिराग जैसे मजबूत खिलाडिय़ों की टीम के साथ जाते तो थामस कप जीतने का अच्छा मौका होता। अभी हमारी टीम युवा है और हम पदक के साथ स्वदेश आ सकते है।’’

भारत को ग्रुप ए में रखा गया है जिसमें ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के अलावा मजबूत मानी जाने वाली चीन की टीम भी है। प्रणीत ने कहा, ‘‘ इस बार हमारा ड्रा अच्छा हैं। हमारे ग्रुप में चीन और फ्रांस जैसी टीमें हैं। नाकआउट में पहुंचने के लिए हमें फ्रांस को हराना होगा। पिछले सत्रों में हमें नौ से 16 के वरीयता में रखा गया था जिससे मजबूत टीमों के खिलाफ खेलना पड़ा था लेकिन इस बार हमें शीर्ष आठ वरीयता में रखा गया है और हम ड्रा के हिसाब से क्वार्टरफाइनल में पहुंच सकते हैं।’’

पिछले साल सिंगापुर ओपन के रूप में अपना पहला सुपर सीरीज खिताब जीतने वाले हैदराबाद के इस 25 बरस के खिलाड़ी ने कहा कि टीम का ध्यान पहले दिन फ्रांस को हराने पर हैं। टीम में विश्व रैंकिंग ने नौवें स्थान पर काबिज एच.एस प्रणय, समीर वर्मा और युवा लक्ष्य सेन एकल में भारतीय चुनौती को पेश करेंगे तो वहीं युगल में टीम का दरोमदार मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी पर होगा। युगल में अर्जुन एमआर और रामचंद्रन श्लोक भी टीम का हिस्सा होंगे।