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विज्क ऑन ज़ी , नीदरलैंड ( निकलेश जैन ) वर्ष 2000 मे गैरी कास्पारोव की 15 वर्ष की शतरंज बादशाहत का अंत कर विश्व शतरंज चैम्पियन बनने वाले रूस के ब्लादिमीर क्रामनिक नें शतरंज से सन्यास लेने की घोषणा कर विश्व भर में फैले अपने प्रसंशकों को चौंका दिया । शतरंज की दुनिया में "बिग ब्लाद" के नाम से प्रसिद्ध क्रामनिक को दुनिया के सबसे बेहतरीन क्लासिकल शतरंज खिलाड़ियों में गिना जाता है और विशेष तौर पर खेल की शुरुआत में ओपनिंग को आगे ले जाने के लिए उन्हे काफी याद किया जाएगा । 

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वर्ष 2000 में बने विश्व चैम्पियन - वर्ष 2000 से पहले रूस के ही गैरी कास्पारोव का ऐसा जलवा था की उन्हे एक मैच हराना भी असंभव प्रतीत होता था ऐसे में क्रामनिक नें उन्हे विश्व शतरंज चैंपियनशिप में 8.5-6.5 के अंतर से पराजित कर एक नया इतिहास बनाया था । 

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आनंद से हारे विश्व चैंपियनशिप - विश्वानाथन आनंद और क्रामनिक की दोस्ती दुनिया भर प्रसिद्ध है और कहा तो यह भी जाता है की टोपालोव के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप जीतने में क्रामनिक नें आनंद की काफी मदद की थी । हालांकि 2008 में जर्मनी के बोन में हुई विश्व चैंपियनशिप में आनंद नें 6.5-3.5 के बड़े अंतर से क्रामनिक को हराकर अपना विश्व खिताब बचाया था । 

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टाटा स्टील में रहे अंतिम स्थान पर - अपने खेल जीवन में पहली बार किसी टूर्नामेंट में अंतिम स्थान पर रहे क्रामनिक नें इसे ही अपना आखिरी मैच मानते हुए क्लासिकल शतरंज से सन्यास घोषित कर दिया इस प्रतियोगिता में भारत के विदित गुजराती नें भी उन्हे पराजित किया था । 

खेलते रहेंगे रैपिड और ब्लिट्ज़ - क्रामनिक नें कहा की वह रैपिड और ब्लिट्ज़ जैसी फटाफट स्पर्धा में कभी कभार नजर आ सकते है और शतरंज के विकास खासतौर पर बच्चो के लिए अब वह कुछ प्रोजेक्ट पर जरूर काम करने जा रहे है ।