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नई दिल्ली : अब से 48 साल के विश्वनाथन आनंद विश्व रैपिड शतरंज चैम्पियनशिप के विनर कहाए जाएंगे क्योंकि रियाद में हो रही चैम्पियनशिप में उन्होंने भूतपूर्व विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हरा दिया है। आनंद ने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी कार्लसन को नौवे दौर में हराकर 2013 विश्व चैम्पियनशिप में मिली हार का बदला चुकता कर लिया। उन्होंने 2013 में यह खिताब कार्लसन को गंवाया था, जबकि 2003 में उन्होंने फाइनल में ब्लादीमिर क्रामनिक को हराकर खिताब जीता था। अपनी जीत पर आनंद ने कहा कि यह साल उनके लिए काफी कठिन रहा। दरअसल ‘लंदन शतरंज क्लासिक टूर्नामेंट से मुझे काफी उम्मीदें थीं लेकिन जब मैं आखिरी स्थान पर रहा तो यह मेरे लिए करारे झटके के सामान था।’ 
वह आखिरी पांच राउंड की शुरूआत के वक्त संयुक्त दूसरे स्थान पर थे, जब रूस के व्लादीमिर फेडोसीव और इयान नेपोम्नियाश्चि के भी 15 में से 10.5 अंक थे। आनंद ने टाइब्रेकर में फेडोसीव को 2.0 से हराकर खिताब जीता. आनंद ने 14वें राउंड में सफेद मोहरों से रूस के अलेक्जेंडर ग्रिसचुक को हराने से पहले दो ड्रा खेले। दूसरी ओर कार्लसन को रूस के ब्लादीस्लाव अर्तेमीव ने ड्रा पर रोका, जिससे आनंद उनके साथ संयुक्त शीर्ष पर आ गए। आखिरी दौर में आनंद ने चीन के बू शियांग्जी से ड्रा खेला, जबकि कार्लसन को ग्रिसचुक के हाथों अप्रत्याशित हार झेलनी पड़ी। पंद्रह दौर के बाद आनंद छह जीत और नौ ड्रा के बाद अपराजेय रहे। इस सत्र में खराब फार्म से जूझ रहे आनंद ने वर्ष का अंत खिताबी जीत से करके नए सत्र के लिए उम्मीदें जगाई हैं।

आनंद कामयाबी पर उनके पुराने प्रतिद्वंद्वी गैरी कास्परोव ने ट्वीट कर कहा है- उम्मीद है कि आप अपनी इस जीत को उन्हें समर्पित करेंगे, जो आपको रिटायरमेंट की सलाह दे रहे थे।