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स्पोर्ट्स डेस्क : रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम आईपीएल में तीन बार फाइनल तक का सफर कर चुकी है। पर वह एक बार भी खिताब को अपने नाम नहीं कर पाई है। अब इस मुद्दे पर विराट कोहली ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। आरसीबी के प्रति अपनी वफादारी (हालांकि वह टीम को अभी तक एक भी ट्राफी नहीं दिला सके हैं) के बारे में कोहली ने कहा कि सच कहूं तो मैंने इसके बारे में सोचा। हां, मुझे कई बार नीलामी में आने के लिए पेशकश की गई कि मैं अपना नाम दूं, इसी तरह की बातें।

कोहली ने कहा कि लेकिन मैंने इसके बारे में सोचा कि हर किसी के पास इतने वर्ष होते हैं और वे जीते हैं और फिर चले जाते हैं और जिंदगी चलती रहती है। ऐसे कई महान खिलाड़ी होंगे जिन्होंने ट्रॉफी जीती होंगी लेकिन आपको कोई इस तरह नहीं पुकारता कि ‘ओह, वह आईपीएल चैम्पियन है या वह विश्व कप चैम्पियन' है। यह इसी तरह है कि अगर आप अच्छे व्यक्ति हो तो लोग आपको पसंद करते हैं, अगर आप खराब हो तो वे आपसे दूर रहते हैं और आखिरकार जिंदगी यही है।

कोहली 2008 में जब पहली बार आरसीबी के लिए खेले थे तो वह महज 18 वर्ष के थे। 2013 में उन्हें टीम की कप्तानी सौंपी गई। 2016 सत्र उनके लिए शानदार रहा जिसमें उन्होंने 973 रन बनाए, ये किसी खिलाड़ी के एक आईपीएल सत्र में सर्वाधिक रन थे। हालांकि आईपीएल ट्रॉफी तक वह अभी तक नहीं पहुंच सके हैं जबकि वह 2009, 2011 और 2016 चरण में फाइनल में खेले थे।