Sports

नई दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अकसर अपने फिटनेस का पूरा ध्यान रखते है । अपने साथ वह अपनी टीम इंडिया को भी फिट देखना चाहते हैं और अब इस खेल में खिलाड़ियों को डीएनए परीक्षण से गुजरना पड़ रहा है, जिसकी वजह से हर एक खिलाड़ी फिट रहना पड़ता है । 

How many one handed push ups can you do? 😎 #TrainToLive #LiveToTrain 🤙

A post shared by Virat Kohli (@virat.kohli) on


फिटनेस को लेकर उन्होंने टीम इंडिया में नई सोच बनाई और इस मिशन में उनका साथ कंडनिशिंग ट्रेनर शंकर बासु ने दिया। शंकर बासु की सिफारिश से ही भारतीय टीम के लिए व्यापक फिटनेस कार्यक्रम तैयार किया गया है। शंकर बासु ने कहा कि फिटनेस के लिहाज से आपको विराट से पहले की भारतीय टीम और अब की टीम पर गौर करना चाहिए। विराट न सिर्फ बेहतरीन बल्लेबाज हैं, बल्कि एक चैंपियन एथलीट भी हैं, जो चीते जैसा शक्तिशाली है। दूसरी तरफ विराट ने भी एक बार कहा था कि 'मुझे ऐसा महसूस हुआ था कि अगर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बनने की होड़ में शामिल होने के लिए टॉप क्लास एथलीट भी बनना पड़ेगा। 
PunjabKesari

शंकर बासु ने विराट को जोकोविच जैसी फिटनेस पाने की सलाह दी थी, लेकिन अब विराट की फिटनेस को देखकर उनकी राय बदल गई है, अब उन्हें लगता है कि जोकोविच को विराट से सीख लेनी चाहिए। विराट ने ये बात को माना भी था कि कभी कबाब, बिरयानी और खीर पर टूट पड़ते थे, लेकिन अब सब कुछ बदल चुका है।  

Can't wait to get back onto the field. Almost there now 💪✌️😃. 14th April ⏳

A post shared by Virat Kohli (@virat.kohli) on