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कोलकाता : मुक्केबाजी में भारत के लिए ओलंपिक मेडल लाने वाले और अब प्रोफेशनल बॉक्सिंग में रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहे विजेंद्र सिंह का कहना है कि राष्ट्रमंडल सुपर मिडिलवेट खिताब के लिए उनका अगला मुकाबला सितंबर में हो सकता है। बता दें कि विजेंद्र का इससे पहले मुकाबला ब्रिटिश मुक्केबाज से होना था। जिसे ब्रिटिश मुक्केबाज के चोटिल होने के चलते इसी महीने रद्द कर दिया गया था। अगर विजेंदर यह मैच जीतते तो उन्हें तीसरी बैल्ट मिल सकती थी। विजेंदर अब नए मुकाबले में किससे भिड़ेंगे, इसका नाम अभी तय नहीं हुआ है। विजेंदर का कहना है कि राष्ट्रमंडल समिति ही प्रतिद्वंद्वी का फैसला करेगी।

सुपर मिडिलवेट वर्ग की ताजा डब्ल्यूबीओ रैंकिंग में यह 32 वर्षीय मुक्केबाज अभी चौथे स्थान पर है। उन्हें 13 जुलाई को ली माखराम के खिलाफ राष्ट्रमंडल खिताब के लिए मुकाबला खेलना था लेकिन ब्रिटिश मुक्केबाज ने चोट का हवाला देते हुए इससे हटने का फैसला किया और यह फाइट रद्द हो गई।

साथियों को पेशेवर मुक्केबाजी अपनाने को कहा
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विजेंदर के पास अभी डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल और एशिया पैसिफिक खिताब हैं। उन्होंने कहा- सभी मुक्केबाज ओलंपिक और एशियाई खेलों में भाग नहीं लेते। वे पेशेवर मुक्केबाजी में आ सकते हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि शीर्ष मुक्केबाजों को पेशेवर मुक्केबाजी में आना चाहिए बल्कि इसमें उनको आना चाहिए जिन्हें लगता है कि वे पेशेवर स्तर पर अच्छा कर सकते हैं तो उन्हें आना चाहिए।

हिमा दास की भी तारीफ की
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विजेंदर ने अंडर-20 विश्व चैम्पियनशिप में ऐतिहासिक 400 मीटर का स्वर्ण पदक जीतने वाली एथलीट हिमा दास के प्रदर्शन की भी तारीफ की। उन्होंने कहा- उसने शानदार प्रदर्शन किया, उसमें काफी दम है। लेकिन मैंने सुना है कि वह बहुत ही गरीब परिवार से हैै। लोग उसके प्रदर्शन के बारे में बात कर रहे हैं। बड़ी बातों के बजाय उसकी मदद की जानी चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उसका ध्यान खेल पर केंद्रित रहे।