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नागपुर: रणजी चैम्पियन विदर्भ ने घरेलू प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करना जारी रखते हुए बड़े सितारों से सजी शेष भारत के खिलाफ ईरानी ट्राफी खिताब लगातार दूसरे साल अपने पास बरकरार रखा। मुंबई और कर्नाटक के बाद विदर्भ तीसरी ऐसी टीम बन गई है जिसने लगातार 2 सत्रों में इस खिताब को जीता है। शनिवार को चैम्पियन बनने के बाद विदर्भ के कप्तान फैज फजल ने पूरी पुरस्कार राशि पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के परिवारों को दान करने की घोषणा की।

फजल ने कहा, ‘हमने एक टीम के तौर पर पूरी पुरस्कार राशि पुलवामा के शहीदों के परिवारों को दान करने का फैसला किया है। यह हमारी टीम की तरफ से छोटी सी पहल है।’ जीत के लिए 280 रन का पीछा करने उतरी विदर्भ की टीम आसानी से लक्ष्य की तरफ बढ़ रही थी लेकिन पांच विकेट पर 269 रन के स्कोर पर दोनों टीम ने ड्रा करने पर सहमति जता दी। पहली पारी में बढ़त के आधार पर विदर्भ चैम्पियन बना। शेष भारत की टीम में अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, श्रेयस अय्यर और मयंक अग्रवाल जैसे दिग्गज शामिल थे जबकि विदर्भ की टीम सत्र के अपने सर्वोच्च स्कोरर वसीम जाफर और तेज गेंदबाज उमेश यादव के बिना उतरी थी। मैच के पांचवें दिन सतीश गणेश (168 गेंद में 87 रन) और अंडर-19 अंतरराष्ट्रीय टीम के युवा खिलाड़ी अथर्व तायड़े (185 गेंद में 72 रन) की शानदार खेल के दम पर ट्राफी अपने कब्जे में बनाये रखा।

सलामी बल्लेबाज संजय रामास्वामी (42) और मोहित काले (37) ने भी उपयोगी पारियां खेली। विकेटकीपर अक्षय वाडकर 10 रन पर नाबाद रहे। विदर्भ ने दिन की शुरूआत एक विकेट पर 37 रन से की। संजय और तायड़े की दूसरे विकेट के लिए 115 रन की साझेदारी को राजस्थान के लेग स्पिनर राहुल चाहर (116 रन पर दो विकेट) ने तोड़ा। चाहर ने इसके बाद तायड़े को भी पवेलियन भेज कर टीम को दिन का दूसरा झटका दिया। तायड़े ने अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। तायड़े के आउट होने के बाद सतीश ने एक छोर संभाले रखा और जब वह कामचलाऊ गेंदबाज हनुमा विहारी (शून्य रन पर एक विकेट) की पहली गेंद पर कैच आउट हुए तो दोनों टीमों ने मैच ड्रा करने पर सहमति जता दी। पहली पारी में शतक लगाकर टीम को 95 रन की बढ़त दिलाने वाले अक्षय कर्णीवार मैन ऑफ द मैच रहे।