लंदन : अमरीकी ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम जीतने के बाद ब्रिटिश खिलाड़ी एम्मा राडूकानू स्वदेश पहुंच गई हैं। वह अपने मां-बाप से मिली और सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर की। एम्मा ने कहा कि उन्हें एक बार फिर से देखना अच्छा रहा। आगे क्या होगा इसके बारे में मैंने नहीं सोचा। मैं बस इसका आनंद ले रही हूं और आराम कर रही हूं और ठीक हो रही हूं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह दोस्तों के साथ मिलने या परिवार के साथ पार्टी करने की योजना बना रही हैं, एम्मा ने कहा कि पक्का नहीं। इसके बारे में सोचा भी नहीं है।
ग्रैंडस्लैम ट्रॉफी जीतने के बाद राडूकानू रातोंरात स्टार बन गई और अमरीका में उन्हें कई कार्यक्रमों में बुलाया गया। वह अमरीका में कई कार्यक्रमों में शिरकत कर चुकी हैं। वह अमरीकी ‘टॉक शो’ में जाने के अलावा ‘न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज’ का दौरा कर चुकी हैं। उन्होंने फार्मूला वन चैम्पियन लुईस हैमिल्टन से बात की। वहीं प्रीमियर लीग की टीम लिवरपूल के शीर्ष फुटबॉल कोच जर्गन क्लोप ने उन्हें ‘शतक की प्रतिभा’ भी करार दिया।
अमरीकी ओपन में बतौर क्वालीफायर पहुंची 18 साल की राडूकानू का जीवन खिताब जीतने के बाद पूरी तरह बदल गया है। ट्रॉफी जीतने के एक हफ्ते बाद भी वह विश्वास नहीं कर पा रही हैं कि उन्होंने अमरीकी ओपन जीत लिया। राडूकानू ने शुक्रवार को कहा कि कभी-कभी मुझे लगता है कि ‘ओह माई गॉड’ मैंने अभी अमरीकी ओपन जीता है। और फिर कुछ ही देर में मैं सामान्य हो जाती हूं जैसे कुछ हुआ ही नहीं।
एम्मा गुरुवार को ब्रिटेन लौटी और फिर उन्होंने पहली बार कनाडा की प्रतिद्वंद्वी लेला फर्नांडीज के खिलाफ अमेरिकी ओपन का फाइनल मुकाबला टीवी पर देखा। उन्होंने बीबीसी से कहा कि जब मैं इसे देख रही थी तो मुझे लग रहा था कि वो मैं नहीं हूं जो खेल रही है, जो वो शॉट लगा रही है। हैमिल्टन से बात के बारे में उन्होंने कहा कि वह इतने शानदार प्रेरणास्रोत हैं।