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दरभंगा : बिहार के दरभंगा में रविवार को आयोजित अंतररष्ट्रीय मैराथन दौड़ के शुरु होने से पहले ही प्रतिभागियों ने आयोजन समिति पर कुव्यवस्था का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और मंच को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्विद्यालय के खेल मैदान से बिहार अंतरराष्ट्रीय मैराथन दौड़ के बैनर तले दौड़ का आयोजन किया गया था। देश भर से सैकड़ो प्रतिभागी दौड़ में हिस्सा लेने यहां पहुचे थे। प्रतिभागियों ने आयोजन समिति पर पर्याप्त व्यवस्था नहीं किये जाने का आरोप लगाते हुए पहले मैदान में बने मंच को तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया फिर दरभंगा की सड़कों पर घंटो उत्पात मचाते रहे। इस दौरान प्रतिभागियों ने कई गाड़ियो के शीशे तोड़ डाले तो कई ठेलों को भी आग के हवाले कर दिया। 

घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रतिभागियो को किसी तरह समझाने बुझा कर मामले को शांत कराया। प्रतिभागियों ने कहा कि इस दौड़ में भाग लेने के लिए प्रति प्रतिभागी 1500 रुपये से 2500 लिये गये थे लेकिन व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं किया गया। इस बीच वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने कहा कि एक फर्जी कंपनी ने दौड़ का आयोजन किया था। दौड़ की सूचना स्थानीय प्रशासन को कल शाम दी गई थी। आयोजकों की ओर से आज सुबह जिस हिसाब से तैयारी की जानी चाहिए थी, वह नहीं हुई थी जिस कारण हंगामा हुआ।

प्रतिभागियों ने कार्यक्रम के लिए बने पंडाल को जला दिया। उन्होंने बताया कि बिहार के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों से भी कई युवा इस दौड़ शामिल हुए थे। जिनसे ऑनलाइन के माध्यम से कई तरह के अलग-अलग चार्जेज लिए गए थे। उन्होंने बताया कि मैराथन दौड़ में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को कई तरह के नगद पुरस्कार दिए जाने की भी घोषणा भी की गई थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना को लेकर आयोजकों के खिलाफ प्रतिभागियों की शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।

वहीं, टेन्ट दुकानदार के आवेदन पर आयोजकों एवं टेंट में आग लगाने वालों के खिलाफ भी अलग से एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि आयोजकों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष जांच दल का भी गठन किया गया है। मैराथन दौड़ का आयोजन किसने या किस संगठन ने किया इसकी भी किसी को ठीक से कोई जानकारी नहीं है लेकिन इस मैराथन दौड़ का उद्घाटन और सम्मान समारोह कार्यक्रम पूर्व सांसद पप्पू यादव के हाथों होना था। लेकिन हंगामा के बाद पप्पू यादव आयोजन स्थल पर नहीं पहुचे।