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प्योंगचांग: अमेरिका ने 1998 में विंटर ओलिम्पिक खेलों की महिला आइस हॉकी प्रतियोगिता के फाइनल में कनाडा को पहली बार मात दी थी। इस हार का साफ मतलब यह है कि कनाडा विंटर ओलंपिक खेेलों मे लगातार पांच बार स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली टीम बनने से रह गई और अब 20 साल बाद फिर से इतिहास को दोहराते होए अमेरिका की महिला आइस हॉकी टीम विंटर ओलिम्पिक 2018 खेलों में आइस हॉकी प्रतियोगिता का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अमेरिका ने पिछले 20 साल में पहली बार महिलाओं की आइस हॉकी प्रतियोगिता में सोना जीता है। अमेरिका ने पेनाल्टी शूटआउट में 3-2 से कनाडा को मात देकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।

मैच समाप्ति के बाद भी नहीं तय होअा मैच का फाइनल स्कोर- 

दोनों टीमों के बराबरी स्कोर की वजह से उन्हें अतिरक्त समय दिया गया, लेकिन अतिरक्त समय दिए जाने के बावजूद भी दोनों टीमें 2- 2 के बराबरी स्कोर में रही

शूटआउट मे निकला नतीजा-

अतिरक्त समय के बाद भी मैच 2-2 की बराबरी पर रहा। जिसके बाद मैच का नतीजा शूटआउट में निकाला गया। इसके बाद दोनों टीमों को पांच-पांच बार पेनाल्टी पर गोल करने का मौका मिला, जिसमें अमेरिका ने 3-2 से जीत हासिल की। 

अमेरिका की बडी जीत, कनाडा रह चूका है चार बार चैंपियन-

अमेरिका की ये जीत इस लिए बडी है क्योंकि उन्होंने कनाडा को मात दी है। बता दें कि कनाडा की टीम ने चार बार विंटर ओलिम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता है, जिसमें 2002, 2010 और 2014 के फाइनल में कनाडा की टीम ने अमेरिका को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।