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स्पोर्ट्स डेस्क : पिछले कुछ समय खेल के सबसे लंबे प्रारूप में रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे भारतीय टीम के उप कप्तान (टेस्ट प्रारूप) अजिंक्य रहाणे न्यूजीलैंड के खिलाफ 25 नवंबर से शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले यहां के बीकेसी (बांद्रा-कुर्ला परिसर) के लिए जमकर मेहनत कर रहे है। न्यूजीलैंड के खिलाफ यह घरेलू श्रृंखला रहाणे के टेस्ट करियर के काफी अहम है। अगर उनके बल्ले से रनों का सूखा खत्म नहीं हुआ तो टीम में उनकी जगह को लेकर गंभीर सवाल उठने लगेंगे।

नियमित कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में कानपुर में खेले जाने वाले पहले टेस्ट में वह टीम की कमान संभालेंगे। श्रृंखला का दूसरा टेस्ट मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में पांच दिसंबर से खेला जाएगा। रहाणे ने पिछले 15 टेस्ट मैचों में 24.76 के औसत से सिर्फ 644 रन बनाये है। पिछले साल दिसंबर में मेलबर्न टेस्ट में यादगार शतकीय पारी खेलने के बाद वह उम्मीदों पर खरा उतरने में संघर्ष करते रहे है।

टेस्ट टीम के खिलाड़ियों के लिए मुंबई क्रिकेट संघ के बांद्रा कुर्ला परिसर में सोमवार से शुरू हुई संक्षिप्त अभ्यास सत्र में सब की निगाहें रहाणे पर थी। वह दोपहर में नेट अभ्यास के लिए पहुंचे और भारतीय टीम में पांच साल के बाद वापसी करने वाले ऑफ स्पिन जयंत यादव की गेंदबाजी पर उन्होंने अपना अभ्यास शुरू किया। इस दौरान रहाणे रक्षात्मक खेल पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे। उन्होंने मुंबई के तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे की गेंदबाजी पर भी अभ्यास किया। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए टीम के उप कप्तान बने चेतेश्वर पुजारा ने भी यहां अभ्यास किया। गुरुवार तक चलने वाली इस शिविर की निगरानी अभय कुरुविला कर रहे है।

रहाणे और पुजारा के अलावा युवा बल्लेबाज शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल ने भी नेट में बारी-बारी से गेंदबाजों का सामना किया। अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने भी नेट सत्र के दौरान गेंदबाजी की। भारतीय टीम के टेस्ट विशेषज्ञों ने सकारात्मक तरीके से अपना अभ्यास शुरू किया जहां बल्लेबाजों ने दो घंटे से अधिक समय तक अभ्यास किया। इस दौरान राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के कुछ पदाधिकारी भी यहां मौजूद थे।