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स्पोर्ट्स डेस्क(राहुल): आखिरकार एक महीने तक रूस में चले फीफा विश्व का सुखद अंत हो ही गया। लुज़्निकी स्टेडियम में फ्रांस आैर क्रोएशिया के बीच खेले गए रोमांचक मुकाबले में फ्रांस ने 4-2 से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। 20 साल में तीसरी बार फाइनल में पहुंची फ्रांस का यह दूसरा खिताब रहा। वहीं टूर्नामेंट में अजेय रही क्रोेएशिया को किस्मत का साथ फाइनल में नहीं मिल पाया। यह टूर्नामेंट कभी ना भूला पाने वाला रहेगा, वो इसलिए क्योंकि नामी टीमों ने उम्मीद के विपरीत प्रदर्शन किया आैर बड़े खिलाड़ी भी कोई करिश्मा नहीं कर सके। अगर हम बात करें फीफा के 'हीरो' रहे 5 फुटबाॅलरों के बारे में तो इस लिस्ट से लियोनल मेसी आैर नेमार जैसे बड़े नाम बाहर हैं। इस बार कुछ उन फुटबाॅलरों का जलवा देखने को मिला जो अभी तक एक छुपे सितारे थे। काैन हैं वो आइए जानें-

1. हैरी केन- 6 गोल  
इंग्लैंड के लिए पहली बार विश्व कप में खेलने वाले हैरी केन ने अपने प्रदर्शन से सबको चाैंकाया। उन्होंने कमान संभाली आैर टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया। हालांकि सेमीफाइनल में उन्हें क्रोएशिया से 2-1 से हार मिली। 24 वर्षीय केन ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल दागे। उन्होंने 6 मैचों में 6 गोल किए आैर 'गोल्डन बूट' पर कब्जा किया। उन्होंने ट्यनीशिया, कोलंबिया आैर स्वीडन के खिलाफ एक-एक, जबकि पनामा के खिलाफ 3 गोल दागे। केन ने जीत हाैसले आैर हिम्मत के साथ अपना जो खेल दिखाया वो काबीले-तारीफ है। उन्होंने ग्रुप स्टेज के दूसरे मैच में पनामा के खिलाफ हैट्रिक लगाई थी आैर टीम को 6-1 से जीत दिलाई। 
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एक नजर केन के प्रदर्शन पर-
ग्राउंड पर 573 मिनट तक मैदान पर खेले
15 अटेंप्ट किए जिसमें 6 गोल सीधे टारगेट पर रहे, लेकिन हुए नहीं
कुल 136 पास दिए, जिसमें 103 सफल रहे
62.7 किलोमीटर तक मैदान पर भागे
4 फाउल किए, जबकि 22 बार विपक्षी टीम से फाउल का शिकार हुए।

2. रुमेला लुकाकू- 4 गोल
यह वो खिलाड़ी है जिसने बेल्जियम की टीम में शुरूआती मैचों में ही जान फूंक दी। टीम सेमीफाइनल में पहुंची लेकिन यहां फ्रांस से 1-0 से हार गई। फारवर्ड लुकाकू ने अपने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। उन्होंने 6 मैचों में 4 गोल दागकर दुनियाभर से सुर्खियां बटोरीं। लुकाकू टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज के पहले मैच में ही 'हीरो' बन गए जब उन्होंने पनामा के खिलाफ 2 गोल दागे। इसके बाद उन्होंने दूसरे मैच में ट्यूनीशिया के खिलाफ 2 गोल दागे आैर टीम को 5-2 से जीत दिलाई।
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एक नजर लुकाकू प्रदर्शन पर-
ग्राउंड पर 476 मिनट तक मैदान पर खेले
13 अटेंप्ट किए जिसमें 5 गोल सीधे टारगेट पर रहे, लेकिन हुए नहीं
कुल 97 पास दिए, जिसमें 74 सफल रहे
41.2 किलोमीटर तक मैदान पर भागे
10 फाउल किए, जबकि 3 बार विपक्षी टीम से फाउल का शिकार हुए।

3. डेनिस चैरिशेव- 4 गोल
फीफा की मेजबान टीम रूस भले ही क्वाॅर्टर-फाइनल में हार गई हो लेकिन उन्हें डेनिस चैरिशेव के रूप में एक शानदार मिडफिल्डर खिलाड़ी मिल गया है जो आने वाले दाैर में उनके लिए फायदेमंद साबित होगा। 27 वर्षीय डेनिस ने टूर्नामेंट में खेले 5 मैचों में 4 गोल दागे, जिसमें मिस्त्र आैर क्रोएशिया के खिलाफ 1-1 आैर 2 गोल साउदी अरब के खिलाफ रहे। यह उनके फुटबाॅल करियर का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा है, जिसकी वजह से वह फीफा के 'नायक' खिलाड़ियों में से एक रहे। इससे पहले हेरीकेन ने रूस के लिए 11 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे, लेकिन चाैकाने वाली बात यह थी कि वह कोई भी गोल नहीं दाग सके। पर इस बार उन्होंने फीफा में अपने प्रदर्शन की बदाैलत रूस के लोगों के दिलों में जगह बना ली है।
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एक नजर डेनिस प्रदर्शन पर-
ग्राउंड पर 304 मिनट तक मैदान पर खेले
12 अटेंप्ट किए जिसमें 7 गोल सीधे टारगेट पर रहे, लेकिन हुए नहीं
कुल 115 पास दिए, जिसमें 48 सफल रहे
39.4 किलोमीटर तक मैदान पर भागे
7 फाउल किए, जबकि 1 बार विपक्षी टीम से फाउल का शिकार हुए।

4. क्रिस्टियान रोनाल्डो- गोल
दुनिया के मशहूर फुटबाॅलर रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल अंतिम-16 में उरुग्वे से 2-1 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। लेकिन रोनाल्डो ने जो जुनून दिखाया वो काबिले-तारीफ है। लियोनल मेसी आैर नेमार जैसे दुनिया के बड़े खिलाड़ी पूरी तरह से फ्लाॅप रहे लेकिन रोनाल्डो ने फैंस का दिल नहीं तोड़ा। रोनाल्डो ने 4 मैचों में 4 गोल दागे। उन्होंने टीम को अपने दम पर क्वाॅर्टर-फाइनल तक पहुंचाया। ग्रुप स्टेज के पहले मैच में ही हैट्रिक जमाकर स्पेन के खिलाफ 3-3 से मैच ड्रा करवाया। इसके बाद रोनाल्डो ने दूसरे मैच में मोरक्को के खिलाफ 1 गोल दागकर टीम को 1-0 से जीत दिलाई। अगर रोनाल्डो को टीम के अन्य खिलाड़ियों का साथ मिलता तो शायद पुतर्गाल उलटफेर करती। खैर, रोनाल्डो ने यह साबित कर दिया कि आखिर क्यों उनकी तुलना मेसी से की जाती है।
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एक नजर रोनाल्डो प्रदर्शन पर-
ग्राउंड पर 360 मिनट तक मैदान पर खेले
8 अटेंप्ट किए जिसमें 4 गोल सीधे टारगेट पर रहे, लेकिन हुए नहीं
कुल 112 पास दिए, जिसमें 93 सफल रहे
35 किलोमीटर तक मैदान पर भागे
3 फाउल किए, जबकि 14 बार विपक्षी टीम से फाउल का शिकार हुए।

5. केलिइयान एमबापे- गोल
फ्रांस को चैंपिनन बनाने में सबसे अहम भूमिका निभाले वाले फाॅरवर्ड केलिइयान एमबापे हैं। महज 19 साल के इस युवा फुटबाॅलर ने फीफा में अपने प्रदर्शन से सबको हिला दिया। एमबापे ने 7 मैचों में 4 गोल दागे। फ्रांस ने पेरू के खिलाफ खेले गए ग्रुप स्टेट के दूसरे मैच में 1-0 से जीत दर्ज की आैर यह एक गोल एमबापे ने ही दागा था। इसके अलावा एमबापे ने प्री-क्वाॅर्टर फाइनल में अर्जेटीना के खिलाफ 2 गोल दागे थे आैर टीम को 4-3 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्होंने फाइनल मुकाबले में क्रोएशिया के खिलाफ 1 गोल दागा आैर इसी के साथ वह किसी फाइनल में ब्राजी के खिलाड़ी पेले के बाद गोल करने वाले दूसरे युवा खिलाड़ी भी बन गए।  इस उम्दा प्रदर्शन की बदाैलत एमबापे को बेस्ट यंगिस्ट प्लेयर अवाॅर्ड से सम्मानित भी किया गया।
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एक नजर एमबापे प्रदर्शन पर-
ग्राउंड पर 534 मिनट तक मैदान पर खेले
8 अटेंप्ट किए जिसमें 7 गोल सीधे टारगेट पर रहे, लेकिन हुए नहीं
कुल 160 पास दिए, जिसमें 119 सफल रहे
51.9 किलोमीटर तक मैदान पर भागे
1 फाउल किए, जबकि 14 बार विपक्षी टीम से फाउल का शिकार हुए।

6. एंटोनियो ग्रीजमैन- 4 गोल
ग्रीजमैन- यह वो नाम है जिसने फीफा 2014 में फ्रांस के लिए एक भी गोल नहीं दागा था लेकिन इस बार अपने प्रदर्शन से दुनियाभर में अपनी पहचान बना ली आैर टीम को खिताब दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई। 27 साल के फाॅरवर्ड ग्रीजमैन ने 7 मैचों में 4 गोल दागे, जिसमें 2 गोल आस्ट्रेलिया, 1 उरुग्वे आैर 1 गोल फाइनल मुकाबले में क्रोएशिया के खिलाफ रहा। ग्रीजमैन अपने देश के लिए अबतक कुल 61 मैच खेल चुके हैं जिसमें वह 24 गोल दाग चुके हैं। 
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एक नजर ग्रीजमैन प्रदर्शन पर-
ग्राउंड पर 570 मिनट तक मैदान पर खेले
21 अटेंप्ट किए जिसमें 11 गोल सीधे टारगेट पर रहे, लेकिन हुए नहीं
कुल 244 पास दिए, जिसमें 181 सफल रहे
65.6 किलोमीटर तक मैदान पर भागे
6 फाउल किए, जबकि 11 बार विपक्षी टीम से फाउल का शिकार हुए।