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मुम्बई : उन सभी बल्लेबाजों में, जिन्होंने इस सीजन कम से कम 150 गेंदों का सामना किया है, केन विलियमसन 100 से कम के स्ट्राइक रेट से रन बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। 11 पारियों के बाद वह 20 के कम की औसत से बल्लेबाजी कर रहे हैं। रविवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु द्वारा दिए गए 193 के लक्ष्य का पीछा करने के लिए जब सनराइजर्स हैदराबाद की सलामी जोड़ी मैदान में उतरी, विलियमसन बिना कोई गेंद खेले ही रन आउट हो गए। वह करो या मरो के मुकाबले में 67 रनों से हार गए। 

प्लेऑफ में पहुंचने के लिए सनराइजर्स को अब अपने बाकी बचे तीनों मुकाबलों में जीत दर्ज करनी होगी। विलियमसन की फॉर्म और उनके बल्लेबाजी स्थान में बदलाव की गुंजाइश को लेकर टीम के मुख्य कोच टॉम मूडी उतने चिंतित दिखाई नहीं देते। उन्हें भरोसा है कि विलियमसन जल्द ही इस सीज़न में अपना प्रभाव छोड़ेंगे। विलियमसन की जगह राहुल त्रिपाठी से पारी की शुरुआत कराने के सवाल पर मूडी ने कहा, 'हमने इस बारे में सोचा जरूर था, लेकिन हमें लगा कि त्रिपाठी, एडन मारक्रम और निकोलस पूरन तीन-चार और पांचवें नंबर पर हमारी बल्लेबाज़ी को अधिक मज़बूती प्रदान कर सकते हैं। 

आज केन ने एक भी गेंद का सामना नहीं किया, लिहाजा आज के बिनाह पर उनके फ़ॉर्म को लेक सवाल खड़ा करना कतई उचित नहीं है। हम उन्हें बैक करते हैं, वह एक वर्ल्ड क्लास प्लेयर हैं। इस सीजन में जरूर एक पल आएगा जब वह अपनी छाप छोड़ जाएंगे।'