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नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम में जगह ना बना पाने के बावजूद भी श्रेयस अय्यर को कोई दुख हैं। ना ही उन्होंने इस बात का ऐतराज है कि वह आगामी विश्व कप का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। लेकिन अय्यर के दिल में यह बात जरूर है कि उन्हें लगातार क्रिकेट खेलना पड़ रहा है जिसके कारण अब उनके अंदर की भावनाएं खत्म हो चुकी हैं। दो साल से लगातार खेल रहे अय्यर का एक अखबार को दिए इंटरव्यू के दाैरान दर्द छलका। उन्होंने कहा कि आराम ना मिल पाने के कारण मैं थक गया हूं। आखिरकार मैैं भी इंसान हूं, मशीन थोड़ी। मैं मानसिक रूप से थक चुका हूं।

अय्यर ने कहा कि थकान के साइड इफेक्ट नजर आने लगे हैं। उन्होंने कहा, "मेरा शरीर पूरी तरह से थक चुका है। मैं मानसिक तौर पर थक चुका हूं, लेकिन कोई यह कहने वाला नहीं है कि विश्राम ले लूं। किसी को फर्क पड़ता नहीं कुछ।" श्रेयस अय्यर आईपीएल के अलावा भारत ए, विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी का हिस्सा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या किसी को विश्राम के लिए आपसे कहना चाहिए तो इस पर उन्होंने कहा, "हम मशीन नहीं हैं।मैं यह बात हर इंटरव्यू में कहना चाहता हूं। कोई यह कहने वाला नहीं है कि खिलाड़ियों को पर्याप्त विश्राम नहीं मिल्ता। हम दो साल से लगातार खेल रहे हैं। जरा सा भी ब्रेक नहीं मिलता। मैं 300 दिन से घर से बाहर हूं। भले ही मैं भारत में हूं लेकिन घर पर नहीं हूं।" 
Shreyas Iyer image

वापसी को लेकर दी ये प्रतिक्रिया

पिछले चार साल से टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करने की उम्मीद लगाए अय्यर ने कहा, “ये निराशा तो पिछले चार साल से है। होगा ही ना, किसी के साथ भी होगा। इसलिए मैंने इस बारे में ना सोचने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा, '' मैने खुद को समझा लिया है कि मुझे मजे करने हैं। मैं चयन को लेकर अपनी खुशियां नहीं गंवाना चाहता अन्यथा मैं कुंठित हो जाऊंगा और अपना भविष्य खराब कर बैठूंगा। इसलिए बेहतर है कि जीवन का आनंद उठाऊं, चयन तो अस्थायी चीज है।"