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दुबई : मिशेल मार्श ने एक बार कहा था कि चोटिल होने के कारण अपने करियर के शुरूआती दौर में अनुकूल प्रदर्शन करने में नाकाम रहने से ऑस्ट्रेलिया के अधिकतर लोग उनसे 'नफरत' करते हैं। रविवार को जब इस आलराउंडर ने ऑस्ट्रेलिया की टी20 विश्व कप की खिताबी जीत में 50 गेंदों पर नाबाद 77 रन की बेहतरीन पारी खेली तो कप्तान आरोन फिंच ने कहा कि मार्श को अपने करियर में अनावश्यक आलोचना का सामना करना पड़ा और इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी जिससे पता चलता है कि वह कितना क्षमतावान है। 

फिंच ने ऑस्ट्रेलिया की फाइनल में न्यूजीलैंड पर आठ विकेट से जीत के बाद कहा, ‘उसने लंबे समय तक आलोचनाओं का सामना किया, वह भी तब जबकि उसका प्रदर्शन किसी भी प्रारूप में बुरा नहीं था। अगर आप उसके वनडे के आंकड़ों पर गौर करो तो वह बहुत अच्छे हैं।' उन्होंने कहा, ‘लोगों की आलोचनाओं और संदेह के बावजूद वह वापसी करता रहा जिससे पता चलता है कि वह कितना क्षमतावान है।' 

मार्श अपने करियर में अभी तक चोटों से जूझते रहे हैं। पिछले साल भी वह टखने की चोट से परेशान रहे। वह पिछले एक दशक से आस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा हैं लेकिन एशेज के दो शतकों और एक वनडे शतक के अलावा वह कुछ खास नहीं कर पाए थे। अब वह टी20 विश्व कप में आस्ट्रेलिया के तीसरे नंबर के बल्लेबाज के रूप में लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने में सफल रहे। मार्श ने कुछ साल पहले कहा था कि अधिकतर ऑस्ट्रेलियाई उनसे नफरत करते हैं और जब फिंच से इस संदर्भ में सवाल किया गया तो उन्होंने इस आलराउंडर की जमकर प्रशंसा की। 

फिंच ने कहा, ‘आप अपनी जिंदगी में जितने लोगों से मिलेंगे उनमें से वह सबसे अच्छा है। वह निश्चित तौर पर विशेष खिलाड़ी है। मिच (मार्श) को वेस्टइंडीज में तीसरे नंबर पर भेजने का फैसला महत्वपूर्ण था। हमें लगा कि वह इस नंबर पर अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। वह तेज गेंदबाजी को अच्छी तरह से खेलता है।' 

मार्श को नंबर तीन पर भेजने के कारण स्टीव स्मिथ को अपने पसंदीदा स्थान से नीचे बल्लेबाजी के लिये आना पड़ा। फिंच ने इस बारे में कहा, ‘हमने वेस्टइंडीज दौरे से पहले इस पर चर्चा की थी। स्मिथ की राय भी इसको लेकर स्पष्ट थी और वह टीम के लिये कुछ भी करने का तैयार रहते हैं।' उन्होंने कहा, ‘यह केवल एक संरचनात्मक बदलाव था लेकिन जिस तरह से उसने (मार्श) वापसी की वह अविश्वसनीय थी।'