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स्पोर्ट्स डेस्क : बांग्लादेश के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में शानदार प्रदर्शन के बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी दीपक चाहर छाए रहे। चाहर ने राजस्थान की तरफ से खेलते हुए विदर्भ के खिलाफ 18 रन देकर 4 विकेट लिए। इस दौरान उन्होंने तीन गेंदों पर 3 विकेट लिए लेकिन हैट्रिक नहीं बना पाए। हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गलती करते हुए ट्विटर पर इसे हैट्रिक करार दिया। 

दरअसल, राजस्थान के खिलाफ खेलते हुए चाहर ने आखिरी ओवर की पहली गेंद पर एक विकेट लिया था। इसके बाद अगली दो गेंदों पर उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। लेकिन अंत की चौथी, पांचवीं और छठी गेंद पर उन्होंने विकेट अपने नाम लिए। यहां ध्यान देने योग्य है कि पांचवी गेंद पर विकेट लेने से पहले उन्होंने एक वाइड गेंद फैंकी थी। यही कारण है कि तीन गेंदों पर 3 विकेट लेने के बावजूद चाहर की ये हैट्रिक नहीं थी। ऐसा हम नहीं बल्कि नियम कहता है। चाहर ने आखिरी ओवर ओवर में रुषभ राठौड़ (पहली गेंद), दर्शन नालकंडे (चौथी गेंद), श्रीकांत (पांचवीं गेंद) और अक्षय वाडकर (छठी गेंद)को अपना शिकार बनाया था। 

क्या कहता है नियम 

नियम की मानें तो अगर गेंदबाज लगातार तीन वैध गेंदों पर 3 विकेट लेता है, तो ही उसे हैट्रिक माना जाएगा। लेकिन यहां चाहर ने चौथी गेंद पर विकेट लेने के बाद एक वाइड गेंद फेंकी थी। यही कारण है कि चाहर ने तीन गेंदों पर 3 विकेट तो लिए लेकिन हैट्रिक नहीं बना पाए। 

गौर हो कि बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में भारत ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। इस दौरान निर्णायक मुकाबले में दीपक चाहर ने हैट्रिक लेते हुए 7 रन देते हुए 6 विकेट लेकर भारत को जीताने में अहम भुमिका निभाई थी।