नई दिल्लीः फीफा विश्व कप को रोमांच सिर चढ़कर बोल रहा है। इसी टूर्नामेंट का नाॅकआउट राउंड भी शुरू हो चुका है। बाहर होने वाली 16 टीमों में से कई ऐसी थी, जिन्हें मजबूत माना जा रहा था ओर वह सिर्फ अपने स्टार खिलाड़ियों के अच्छा प्रदर्शन ना करने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गई। आज हम आपको ऐसी ही सात टीमों के 11 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिनके कारण उनकी टीम अंतिम 16 में जगह नहीं बना पाई। 1. रॉबर्ट लेवानडोस्की (पाेलैंड) क्वालिफाइंग राउंड में पोलैंड के राॅबर्ट ने 16 गाेल किए थे। उन्होंने वर्ल्ड कप में 270 मिनट मैदान पर बिताए, लेकिन गोल नहीं कर सके। 2. जाईलिंसकी (पोलैंड) लेवानडोस्की के बाद पोलैंड के दूसरे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी जाईलिंसकी हैं। 259 मिनट खेले और 129 पास दिए। गोल करने के दो मौके ही बना पाए। 3. काहिल (ऑस्ट्रेलिया) 38 साल के इस खिलाड़ी को सिर्फ एक मैच में उतारा गया। उसमें भी सिर्फ 37 मिनट ही खेल पाए। 4. सरदार अजमौन (ईरान) ईरान के सरदार 14 क्वालिफायर मैचों में 11 गोल ही कर सके। वर्ल्ड कप में एक भी गोल नहीं किया। 5. कोलिबलि (सेनेगल) कोलिबलि ने एक भी गोल नहीं किया। उनकी पास एक्यूरेसी 92% से घटकर 75% रह गई। 6. नवास (कोस्टा रिका) नवास को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर में शामिल किया जाता है। लेकिन उनके खिलाफ 5 गोल हुए। 7. जेरोम बोटेंग (जर्मनी) डिफेंडर बोटेंग को दूसरे मैच में रेड कार्ड दिखा दिया गया था। वे 172 मिनट ही मैदान पर रहे। 8. मारियो गोमेज (जर्मनी) फॉरवर्ड गोमेज को सिर्फ 88 मिनट ही खेलने का मौका मिला। वे सिर्फ 7 पास दे पाए। कोई गोल नहीं किया। 9. थॉमस म्युलर (जर्मनी) पिछले वर्ल्ड कप में 4 गोल करने वाले म्युलर से इस बार भी उम्मीदें थीं। लेकिन वे कोई गोल नहीं कर पाए। 10. मोहम्मद अलनेनि (मिस्र) आर्सनल से खेलने वाले अलनेनि मौकों को गोल में नहीं बदल सके। उनका डिफेंसिव खेल टीम पर भारी पड़ा। 11. मोहम्मद सलाह (मिस्र) इंजरी के कारण दो मैच ही खेल पाए हैं मिस्त्र के स्टार मोहम्मद सलाह। उन्होंने दो गोल भी किए, लेकिन टीम को ग्रुप दौरे से आगे नहीं ले जा सके।