कोलकाताः 18वें एशियाई खेलों में हेप्टाथलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली 21 साल की स्वप्ना बर्मन पर बायोपिक बनाने की तैयारी हो रही है। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता श्रीजीत मुखर्जी ने स्वप्ना पर बायोपिक बनाने की योजना बनाई है। स्वप्ना ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा, ''जब मैं इंडोनेशिया में थी तब फिल्म निर्माता मुखर्जी ने मुझसे संपर्क किया था।''
किया जा रहा था नजरअंदाज
पैरों में 12 उंगलियां रखने वाली स्वप्ना को इन खेलों से पहले सभी ने नजरअंदाज किया था लेकिन इन खेलों के बाद वह लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं। स्वप्ना ने कहा कि वह इस प्रस्ताव से खुश हैं और उन्होंने इसपर अपनी सहमति जता दी है। उन्होंने साथ ही कहा कि उनकी भूमिका निभाने वाले हेप्टाथलन एथलीट बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और यदि उन्हें मौका दिया जाता है तो वह इसके लिए तैयार हैं।
स्वप्ना एशियाई खेलों में हेप्टाथलन में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बनी हैं। बंगाल सरकार ने उन्हें 10 लाख रूपए देने के अलावा सरकारी नौकरी की भी पेशकश की है। वहीं उनके भाई को पर्यटन विभाग में नौकरी दी गई है।
बता दें कि उनके पिता पंचन बर्मन रिक्शा चालक हैं और मां बशोना चाय के पत्ते तोड़कर घर का गुजारा करती हैं। स्वप्ना के आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि एक समय ऐसा भी था जब उन्हें जूते लेने के लिए संघर्ष करना पड़ा था। इसका कारण यह है कि उनके दोनों पैरों में छह-छह उंगलियां हैं। चौड़े पैर खेलों में उसकी लैंडिंग भी कठिन बना देती है। ऐसे में उनके जूते जल्दी फट जाते हैं।