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नई दिल्ली : भारतीय टीम इंडियन टाइगर्स विश्व मुक्केबाजी सीरीज (डब्ल्यूएसबी) में रूस की पैट्रियट बॉक्सिंग टीम के खिलाफ बदला चुकता करने के उद्देश्य से उतरेगी और इस दौरान निगाहें शिव थापा (60 किग्रा ) और कविंदर बिष्ट (52 किग्रा ) पर टिकी रहेंगी। मुकाबला शुरू होने से पहले ही हालांकि बहस शुरू हो गयी क्योंकि रूसी टीम ने नोएडा में पांच मुकाबलों के लिये बाहरी स्थल रखने पर आपत्ति जतायी है। उनका कहना है कि गर्मी के कारण मुक्केबाजों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है।

रूसी टीम के मैनेजर आंद्रेई आंद्रीव ने कहा- यह मुक्केबाजों के स्वास्थ्य से जुड़ा मसला है। हम वातानुकूलित हॉल चाहते थे। भारतीय टीम ने अब तक तीन मैच खेले हैं और इन तीनों में उसे हार का सामना करना पड़ा। कजाखस्तान की अस्ताना आर्लन्स ने उसे दोनों मैचों में हराया जबकि पैट्रियट टीम ने उसे अपनी सरजमीं पर मात दी।

भारत के हाई परफोरमेन्स निदेशक सैंटियागो नीवा ने कहा- यह आसान प्रारूप नहीं है और यह हमारा पहला सत्र है। उम्मीद है कि हम आगे बेहतर परिणाम हासिल करेंगे। भारतीय टीम को रूसी टीम से पहले मैच में 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था। उस मैच में भारत की तरफ से एकमात्र जीत सचिन सिवाच (49 किग्रा ) ने दर्ज की थी। कल के मुकाबले में भारत की तरफ से शिव थापा और कविंदर भाग लेंगे। कविंदर विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे। उन्होंने डब्ल्यूएसबी में अब तक केवल एक मुकाबला खेला है और कजाखस्तान के खिलाफ उस मुकाबले में भी उन्हें जीत मिली थी।

शिव थापा राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में जगह नहीं बना पाये थे और अब यहां वापसी करेंगे। उन्होंने इससे पहले 2014 में डब्ल्यूएसबी में हिस्सा लिया था। यूएसए नाकआउट टीम की तरफ से उन्हें हालांकि तब दोनों मुकाबलों में हार मिली थी। भारतीय टीम में शामिल अन्य मुक्केबाजों में दुर्योधन सिंह (69 किग्रा ), बृजेश यादव (81 किग्रा ) और नरेंदर (91 किग्रा से अधिक ) शामिल हैं।

चाइना ड्रैगन के खिलाफ रविवार को होने वाले मैच में भारतीय टीम की तरफ से के श्याम कुमार (49 किग्रा ), मोहम्मद इताश खान (56 किग्रा ), रोहित टोकस (64 किग्रा ), मंजीत जांगड़ा (75 किग्रा ) और संजीत (91 किग्रा ) भाग लेंगे। चीन की टीम ने अब तक दो मैच खेले हैं और उसे भी अपनी पहली जीत का इंतजार है।