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भुवनेश्वर:  मुख्य कोच सोर्ड मारिने ने आज कहा कि भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता निरंतरता की कमी है क्योंकि उन्हें रक्षात्मक गलतियों के कारण यहां हॉकी विश्व लीग के पूल बी के दूसरे मैच में अपने से निचली रैंकिंग की इंग्लैंड से 2-3 से हार का मुंह देखना पड़ा।   

आप हर हालत में इससे बचना चाहोगे
भारत की रक्षात्मक कमियों के बारे में पूछने पर मारिने ने कहा कि यह खेल का हिस्सा है और आप हर हालत में इससे बचना चाहोगे। खिलाड़ी इसे जानबूझकर नहीं करते लेकिन इसकी वजह से हम मैच गंवा बैठे। उन्होंने कहा कि लेकिन यह सिर्फ डिफेंस का ही मामला नहीं था। शुरू में खेल जिस रफ्तार से चल रहा था, वह काफी नहीं था। हमने काफी लंबे समय तक गेंद रखी, हमने काफी बार गेंद गंवाई। हम कल की तरह नहीं खेले। 

भारत हॉकी विश्व लीग फाइनल में इंग्लैंड से 2-3 से हारा   
भारत के यहां हॉकी विश्व लीग फाइलन के पूल बी मैच में आज इंग्लैंड के हाथों 2-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी जिसके लिए सैम वार्ड ने दो गोल दागे।  डेविड गुडफील्ड ने इंग्लैंड को 25वें मिनट में आगे कर दिया जिसके बाद वार्ड ने 43वें और 57वें मिनट में टीम के लिये दो गोल दागे।  भारत के लिये दोनों गोल पेनल्टी कार्नर से आए जिसमें आकाशदीप ने 47वें मिनट और रूपिंदरपाल सिंह ने 50वें मिनट में गोल किया।   

गोल करने का अच्छा मौका नहीं बना
पहला क्वार्टर दोनों टीमों के लिए नीरस रहा क्योंकि दोनों टीमें तेज और आक्रामक हॉकी खेलने के बावजूद गोल करने का अच्छा मौका नहीं बना सकीं।  भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ जिस स्तर का खेल दिखाया था, वह आज उसके आसपास भी नहीं दिखी। वह संयोजित और नियंत्रित दिख रही थी लेकिन वह पहले क्वार्टर में बिलकुल इसके विपरीत दिखी।  

एसवी सुनील पर लगा गेंद को ज्यादा समय अपने पास रखने का दोषी
एसवी सुनील को एक मौके पर गेंद को ज्यादा समय अपने पास रखने का दोषी पाया गया।  इंग्लैंड ने मौका मिलते ही भारतीय डिफेंस पर दबाव बना दिया। मैच का पहला मौका 25वें मिनट में तब मिला जब इंग्लैंड ने पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन भारतीयों ने इसका अच्छा बचाव किया। हालांकि डेविड गुडफील्ड ने विपक्षी गोलकीपर सूरज करकेरा के पैड से डिफ्लेक्ट हुई गेंद को हासिल कर गोल दाग दिया।