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नई दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान विरेंद्र सहवाग ने कहा है कि सौरव गांगुली ने एक नई टीम बनाई लेकिन विराट कोहली अपने समय में ऐसा नहीं कर पाए। सहवाग ने विराट कोहली और सौरव गांगुली की कप्तानी के बारे में भी एक तुलनात्मक टिप्पणी की। सहवाग ने कहा कि सौरव गांगुली ने एक नई टीम बनाई, नए खिलाड़ियों को टीम में लाए और उनके उतार-चढ़ाव में उनका समर्थन किया। मुझे संदेह है कि क्या कोहली ने अपने कार्यकाल के दौरान शायद ही ऐसा किया हो।

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दो बार के विश्व कप विजेता का कहना है कि कोहली की कप्तानी के दौरान, 2-3 साल के लिए, लगभग हर टेस्ट के बाद टीम को बदलने का चलन था, चाहे वे जीते या हारे। मेरी राय में नंबर वन कप्तान वह है जो एक टीम बनाता है और अपने खिलाडिय़ों को आत्मविश्वास देता है। उन्होंने (कोहली) कुछ खिलाड़ियों का समर्थन किया, कुछ का नहीं किया।

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सहवाग ने इस दौरान बड़े शतक बनाने के लिए कौन-सा माइंडसेट होना चाहिए पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली शतक के लिए 150-200 गेंदें खेलेंगे। अगर मैं भी इसी दर से शतक बनाता रहा तो मुझे कोई याद नहीं करेगा। मुझे अपनी पहचान बनाने के लिए उनसे तेज रन बनाने थे। इसलिए मैं सोचता था कि अगर पूरा दिन टिका रहा तो 250 रन बनाऊंगा। इसके बाद 100, 150, 200 आदि के बैरियर पार करता था। मैं नर्वस नाइंटीज को लेकर ज्यादा सीरियस नहीं होता था क्योंकि मेरा लक्ष्य सिर्फ शतक बनाना नहीं बल्कि बड़ा शतक बनाना होता था।