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कोलकाता:  ईडन गार्डन्स स्टेडियम में जारी पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन श्रीलंका के बल्लेबाज दिलरुवान परेरा की ओर से डीआरएस के फैसले की मांग को लेकर एक विवाद खड़ा हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने ड्रैसिंग रुम में किसी की मदद ली है, जो कि नियमों के अनुसार सही नहीं है। इस विवाद के दौरान भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा है कि डीआरएस के इस्तेमाल में संशय होने पर बल्लेबाजों को ड्रेसिंग रूम से मदद लेने की अनुमति मिलनी चाहिए।

संजय ने संवाददाताओं से कहा कि मुझे लगा कि जो भी हमने टेलीविजन पर देखा, उससे यही पता चलता है कि डीआरएस के इस्तेमाल के लिए ड्रेसिंग रूम से इशारे किए गए थे। हालांकि, इसके लिए अभी पुष्टि नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि अगर आप पिच से जा रहे हैं और 15 सेकेंड में बल्लेबाज ड्रेसिंग रूम की ओर देखने के बाद डीआरएस की मांग करता है, तो मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बड़ी बात है।

संजय ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि इस मामले में नियम की ओर एक बार फिर ध्यान दिया जाना चाहिए और इसमें बदलाव किया जाना चाहिए, क्योंकि जब आप क्षेत्ररक्षण करते हैं, तो आपके पास विचार-विमर्श के लिए 11 खिलाड़ी होते हैं। आपने स्टीव स्मिथ को भी देखा था। ऐसे में अगर आप बल्लेबाजी कर रहे हैं, तो आपको बाहर से भी मदद की जरूरत होती है।