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बैंकॉक : भारतीय खिलाड़ी साइना नेहवाल ने थाईलैंड में होने वाले आगामी टूर्नामेंटों से पहले कई प्रतिबंधों के साथ प्रशिक्षकों (ट्रेनर) और फिजियो से मिलने की अनुमति नहीं देने पर मंगलवार को विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) की आलोचना करते हुए इन मुद्दों का जल्द से जल्द हल निकालने का आग्रह किया। लंदन ओलंपिक (2012) की कांस्य पदक विजेता ने बीडब्ल्यूएफ द्वारा कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत लगाये गये प्रतिबंधों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कई ट्वीट किए।

साइना ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जांच में सभी के नेगेटिव आने के बाद भी फिजियो और प्रशिक्षक हम से नहीं मिल सकते? हम चार सप्ताह तक खुद को फिट कैसे रखेंगे। हम बेहतर स्थिति में टूर्नामेंट खेलना चहते हैं। कृपया इसका हल निकालें। तोक्यो ओलंपिक के क्वालीफिकेशन हासिल करने के लिए साइना के पास मार्च तक का समय है, ऐसे में वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उचित प्रशिक्षण की कमी से उनके प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। 

विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ने इस मुद्दे को लेकर बीडब्ल्यूएफ से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पूरी टीम को अभ्यास के लिए सिर्फ एक घंटे का समय मिल रहा है। एक ही समय पर जिम करना है। ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिए मार्च तक का समय है ऐसे में फिटनेस के लिए यह अच्छा नहीं है।

भारत का पूरा दल बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स के दो सुपर 1000 प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए थाईलैंड की राजधानी में है। साइना ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘‘हमें वार्म अप/ कूल डाउन /स्ट्रेचिंग / के लिए समय नहीं दिया जा रहा है। हम यहां दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के बीच मुकाबले की बात कर रहे है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने फिजियो और ट्रेनर को यहां लाने के लिये काफी खर्च किया है। अगर वे हमारी मदद नहीं कर सकते तो यह बात हमें पहले क्यों नहीं बताई गयी थी?