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नई दिल्ली : भारतीय युवा खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के लिए जनवरी में खेलो इंडिया प्रतियोगिता करवाई गई थी। इसके तहत 18 खेलों से कुल 734 ऐसे प्लेयर चुने गए हैं जिन्हें वल्र्ड क्लास प्लेयर बनाने के लिए हर साल सरकार 1.2 लाख की स्कॉलरशिप जारी करेगी।  भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने खेलो इंडिया स्कूल गेम्स की सफलता के बाद खेलों के विकास को प्राथमिकता देते हुए एक बड़ा फैसला किया है और खेलो इंडिया प्रतिभा विकास कार्यक्रम के तहत 734 खिलाडिय़ों का शॉर्टलिस्ट किया है, जिन्हें स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसमें 385 लड़के और 349 लड़कियां शामिल हैं।

निशानेबाजी के 85 प्लेयर रहेंगे फायदे में
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इन 734 खिलाडिय़ों में सबसे ज्यादा हॉकी से 100 खिलाड़ी हैं जबकि निशानेबाजी से 85 और कुश्ती से 65 खिलाड़ी हैं। मुक्केबाजी से 66, तीरंदाजी से 59, टेबल टेनिस से 57, बास्केटबॉल से 40, एथलेटिक्स से 34, तैराकी से 39, वॉलीबॉल से 35, भारोत्तोलन से 27, तलवारबाजी से 24, फुटबॉल से 21, जूडो से 22, बैडमिंटन से 16, जिम्नास्टिक्स से 15, कबड्डी से 16 और रोइंग से 13 खिलाडिय़ों को स्कॉलरशिप के लिए चुना गया है।  

टैलेंट कमेटी में शामिल थे अर्जुन और द्रोणाचार्य अवॉर्डी प्लेयर
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युवा और प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की इस सूची को टैलेंट आइडेंटिफिकेशन कमेटी ने तैयार किया है जिसमें अर्जुन अवॉर्डी और द्रोणाचार्य अवॉर्डी शामिल हैं। चुने गए खिलाडिय़ों के नामों की सूची को खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत मंजूरी मिल चुकी है। खेलो इंडिया के अनुसार खिलाडिय़ों का चयन उनकी प्रतिभा और उम्र जांच के बाद ही किया गया है।

खिलाडिय़ों को चार हिस्से में मिलेंगे रुपए
शॉर्टलिस्ट किए गए खिलाडिय़ों को 1.2 लाख रुपए सालाना दिए जाएंगे, जो तिमाही यानी चार हिस्सों में खिलाडिय़ों को मिलेंगे। इस राशि में खिलाड़ी और माता-पिता के लिए स्थानीय यात्रा का भत्ता भी शामिल किया गया है। इस स्कॉलरशिप में उनके प्रशिक्षण, विकास, खाने-रहने और टूर्नामेंट एक्सपोजर का खर्च भी शामिल है। इस योजना का उद्देश्य है कि खिलाडिय़ों को छोटे-बड़े खर्चों से जूझना न पड़े और वे आसानी से अपनी तैयारी कर सकें।