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बेंगलुरू : भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने मंगलवार को कहा कि उनकी टीम आगामी ओलिम्पिक खेलों में ऐतिहासिक पदक जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी और उन्होंने इसे कोविड-19 योद्धाओं को समर्पित किया जो महामारी के समय अपने जीवन को जोखिम में डाल रहे हैं। रानी ने साथ ही बताया कि यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में ट्रेनिंग कर रहे कोर संभावित खिलाड़ियों का इस हफ्ते चयन ट्रायल होगा जिसके बाद टोक्यो खेलों के लिए टीम का चयन किया जाएगा।

टोक्यो ओलिम्पिक 23 जुलाई से शुरू होंगे। रानी ने कहा कि देश के पुरुषों और महिलाओं जिन्होंने महामारी के दौरान जीवन बचाने के लिए कई बलिदान दिए उनके लिए टोक्यो खेलों में जीतना टीम के लिए शानदार होगा। उन्होंने कहा कि यह ओलिम्पिक अतीत के ओलिम्पिक की तरह नहीं होंगे। हमारे देश को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा है, हमें अपने डॉक्टरों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों पर गर्व है जिन्होंने जीवन बचाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया है।

रानी ने कहा कि अब जब हम टोक्यो ओलिम्पिक खेल 2020 में पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं तब हम प्रतिज्ञा करते हैं कि हमारे प्रयास और उम्मीद करते हैं कि हमारी जीत डॉक्टरों, नर्सों और चिकित्सा सहायकों को समर्पित होगी जिन्होंने भारत में पिछले साल महामारी के फैलने के बाद से बिना थके काम किया है। उनके कारण हम सभी यहां हैं और सुरक्षित हैं। 

पिछले साल राष्ट्रीय लॉकडाउन के दौरान टीम ने आर्थिक रूप से वंचित तबके के 1000 से अधिक परिवारों के लिए कोष जुटाने में मदद की थी। खिलाडिय़ों ने 21 दिन के आनलाइन फिटनेस चैलेंज के जरिए 20 लाख रुपए से अधिक जुटाए थे। रानी ने कहा कि टोक्यो ओलिम्पिक में अब 40 दिन से कम का समय बचा है और ऐसे में वह और टीम के उनके साथी प्रत्येक ट्रेनिंग सत्र का फायदा उठाना चाहती हैं।