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नई दिल्ली : सुरेश रैना को ‘शानदार टीम मैन' बताते हुए पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड ने कहा कि अगर उन्हें शीर्ष क्रम पर बल्लेबाजी का मौका मिलता तो उन्होंने और अधिक रन बनाए होते। पूर्व कप्तान द्रविड ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय टीम की सफलता में रैना के योगदान की तरीफ की। इस 33 वर्षीय बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने मेंटर महेन्द्र सिंह धोनी के पदचिन्हों पर चलते हुए 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। 

रैना को एकदिवसीय और टेस्ट में ‘कैप' देने वाले द्रविड ने उनकी जमकर प्रशंसा की। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट वीडियो में द्रविड ने कहा, ‘सीमित ओवरों के क्रिकेट में पिछले डेढ दशक में भारतीय टीम को जो सफलता, शानदार पल मिले उसमें सुरेश (रैना) ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। मुझे लगता है कि सफेद गेंद के क्रिकेट में उनका योगदान शानदार रहा है।' 

द्रविड ने कहा, ‘वह विश्व कप विजेता और चैंपियंस ट्रॉफी विजेता हैं। उसने मैदान पर काफी योगदान दिया। जिस तरह उसने क्षेत्ररक्षण के स्तर को ऊंचा किया उसमें उसकी ऊर्जा, उसका उत्साह कमाल का था।' मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने 13 साल के करियर में 18 टेस्ट, 226 एकदिवसीय और 78 टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के लिए 8000 से अधिक रन बनाए है। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख द्रविड ने कहा, ‘एक बात जो हमने हमेशा महसूस की, वह यह कि सुरेश ने हर मुश्किल काम किया।' 

द्रविड ने कहा, ‘‘ अपने करियर के अधिकांश समय में उन्होंने निचले क्रम पर बल्लेबाजी की, मुश्किल स्थानों पर क्षेत्ररक्षण किया, कुछ अच्छे ओवर फेंके और हमेशा टीम को बहुत कुछ दिया। एक शानदार ‘टीम मैन', जिसने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। वह खेल में बहुत ऊर्जा लेकर आए और बहुत कुशल बल्लेबाज थे।' द्रविड ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो अगर उनका बल्लेबाजी क्रम ऊपर होता तो उनके आंकड़े काफी बेहतर होते, जैसे कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए उन्हें सफलता मिली है। आईपीएल के लिए वह एक अभूतपूर्व खिलाड़ी हैं।' 

रैना ने आईपीएल के 193 मैचों में 5368 रन बनाए है और वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर भारतीय कप्तान विराट कोहली है जिनके नाम 177 मैच में 5412 रन है। द्रविड ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टेस्ट पदार्पण पर शतक लगाने के बाद वह इस प्रारूप में अपना बेहतर प्रदर्शन जारी नहीं रख पाए लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में उनका योगदान शानदार है। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा रहे है जिसने पिछले ढेड दशक में काफी सफलता हासिल की है।' 

भारत के इस पूर्व कप्तान ने कहा कि रैना ने जूनियर क्रिकेट के दौरान ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। रैना ने संक्षिप्त समय के लिए भारतीय टीम का नेतृत्व भी किया था। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के अलावा जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 श्रृंखला में जीत दर्ज की थी।