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नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आगामी सत्र के शुरुआती मुकाबलों को दर्शकों के बिना खेले जाने की वकालत करते हुए पंजाब किंग्स के सह-मालिक नेस वाडिया भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से यह जानना चाहते हैं कि कोविड-19 के कम मामलों के बाद भी उनकी टीम के घरेलू मैदान मोहाली को टूर्नामेंट के संभावित स्थलों में क्यों नहीं चुना गया है? बीसीसीआई ने इसके लिए दिल्ली, अहमदाबाद, कोलकाता, बेंगलुरु और चेन्नई को संभावित स्थलों के रूप में चुना है। बोर्ड ने हालांकि इस मामले पर अंतिम फैसला नहीं किया है। इस सूची में मुंबई का नाम भी था लेकिन वहां कोरोना वायरस के मामलों के बढ़ने के बाद इसके आयोजन की संभावना कम है।

वाडिया ने कहा कि हमने स्थल चयन के मानदंडों का पता लगाने के लिए बीसीसीआई को लिखा है। हम जानना चाहते है कि उन्होंने हमें क्यों नहीं चुना है। हम पंजाब में खेल होने की उम्मीद कर रहे थे। पंजाब में कोविड-19 से प्रभावितों की संख्या अपेक्षाकृत कम है और मंगलवार को वहां 635 नए मामले दर्ज किये गए। वहां सक्रिय मामलों की संख्या 4853 है। 

उन्होंने चंडीगढ़ में कोविड-19 के 69 नए मामले का हवाला देते हुए कहा कि कुछ टीमों को घरेलू मैदान का फायदा नहीं मिलेगा, यह चिंता की बात है। चंडीगढ़ और मोहली में ज्यादा मामले नहीं है, मुझे नहीं पता उन्होंने किस आधार पर स्थलों का चयन किया है।आईपीएल के पिछले सत्र का आयोजन दुबई में दर्शकों की गैरमौजूदगी में हुआ था लेकिन अब स्थिति में सुधार होने के बाद उम्मीद है कि आगामी सत्र में दर्शक स्टेडियम में मौजूद रहेंगे। भारत और इंग्लैंड के बीच जारी मौजूदा श्रृंखला को भी दर्शकों की सीमित संख्या में खेला जा रहा है। 

वाडिया ने हालांकि कहा कि द्विपक्षीय श्रृंखला की तुलना में आईपीएल काफी बड़ा आयोजन है और कम से कम टूर्नामेंट की शुरूआत में सुरक्षा की दृष्टि से दर्शकों से बचा जा सकता है। मुझे लगता है कि शुरू में दर्शकों का नहीं होना बेहतर होगा और फिर लीग के आगे बढ़ने पर कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा होनी चाहिए। इसमें कोई शक नहीं है कि एक द्विपक्षीय श्रृंखला की तुलना में आईपीएल आयोजित करना काफी कठिन है। हम चाहते है कि खिलाड़ियों और बायो-बबल के लिए जो सबसे अच्छा और सुरक्षित है उसे अपनाया जाए। आईपीएल का आयोजन इस साल अप्रैल-मई में होगा लेकिन अभी इसका कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है।