Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2018 06:32 PM
ओर्तिसेई , इटली ( निकलेश जैन ) भारतीय शतरंज के नन्हें सम्राट और बेहद प्रतिभाशाली आर प्रग्गानंधा नें आखिरकार वह मुकाम हासिल कर ही लिया जिसका सभी को इंतजार था । प्रग्गानंधा नें इटली में चल रहे ग्रेडिन ओपन इंटरनेशनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 9...
ओर्तिसेई , इटली ( निकलेश जैन ) भारतीय शतरंज के नन्हें सम्राट और बेहद प्रतिभाशाली आर प्रग्गानंधा नें आखिरकार वह मुकाम हासिल कर ही लिया जिसका सभी को इंतजार था । प्रग्गानंधा नें इटली में चल रहे ग्रेडिन ओपन इंटरनेशनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 9 मैच में 6 जीत और 3 ड्रॉ के साथ उपविजेता होने का गौरव तो हासिल किया ही साथ ही 12 वर्ष , 10 माह और 13 की आयु में ग्रांड मास्टर का खिताब हासिल करते हुए भारत के सबसे कम उम्र तो विश्व के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रांड मास्टर होने का गौरव हासिल कर लिया , भारत के नजरिए से उन्होने परिमार्जन नेगी को पीछे छोड़ा जो 13 वर्ष 4 माह और 22 दिन में ग्रांड मास्टर बने थे । विश्व रिकार्ड अभी भी रूस के सेरगी कार्याकिन के नाम है जो 12 वर्ष 7 माह की उम्र में ग्रांड मास्टर बने थे । उनकी इस उपलब्धि पर भारत के 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वानाथन आनंद नें खुशी जताते हुए उन्हे ग्रांड मास्टर बनने की बधाई दी और जल्द ही उनसे मुलाक़ात करने की इच्छा जताई ।