Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 11:20 AM
मोहन बगान और ईस्ट बंगाल जैसे बड़े क्लब अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ असहमति के का...
कोलकाताः मोहन बगान और ईस्ट बंगाल जैसे बड़े क्लब अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ असहमति के कारण इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का हिस्सा नहीं बन सके लेकिन एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने इशारा किया कि आगे चीजें बदल सकती हैं।
इन दोनों क्लबों ने आईएसएल का हिस्सा नहीं होने का दोष खुले तौर पर पटेल के सिर मढा था जिसमें मुख्य मुद्दा 15 करोड़ रुपये की फ्रेंचाइजी फीस को माफ करना था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पटेल ने कहा कि अगला वर्ष आईएसएल के लिये ‘मतभेद दूर करने वाला’ साल है और कुछ बदलाव आ सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ मोहन बगान और ईस्ट बंगाल भारतीय फुटबाल की विरासत हैं, उन्होंने महान परंपरा को आगे बढ़ाया है। लेकिन अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है’’ आईएसएल के शुरू होने के बाद आई-लीग की चमक कम होने के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में पटेल ने कहा, ‘‘ आई-लीग अभी भी देश का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है। यह टूर्नामेंट उच्च श्रेणी का होगा। आईएसएल के साथ 2017-18 में यह भी जारी रहेगा।’’