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चेन्नई : युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने स्टेडियम में धोनी-धोनी के नारे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह चाहेंगे कि प्रशंसक उनका व्यक्तिगत रूप से समर्थन करें। चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच पहले वनडे के दौरान पंत के बल्लेबाजी के दौरान कुछ प्रशंसकों ने धोनी-धोनी के नारे लगाए। 

ऋषभ पंत महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी 

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दरअसल अनुभवी भारतीय विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान हैं और यह उनका घरेलू मैदान भी है। वहीं काफी समय से ऋषभ पंत को धोनी का उत्तराधिकारी होने की चर्चा चल रही है, लेकिन खराब फार्म के कारण युवा बल्लेबाज़ इन दिनों प्रशंसकों के निशाने पर हैं। पंत ने इस मैच में 71 रन की पारी खेली और टीम के सर्वोच्च स्कोरर भी रहे। हालांकि भारत इस मैच को आठ विकेट से गंवा बैठा। लेकिन पंत ने फार्म में वापसी के संकेत दे दिए। 

ऋषभ पंत को पहले भी धोनी-धोनी के नारे सुनने पड़े

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इससे पहले भी कई मौकों पर ऋषभ पंत को स्टेडियम में इसी तरह धोनी-धोनी के नारे सुनने पड़े हैं। मैच के बाद उन्होंने इस बारे में कहा, ‘मैं चेन्नई के दर्शकों का मेरा समर्थन करने के लिये धन्यवाद करता हूं। लेकिन कई बार यह अहम होता है कि दर्शक आपका समर्थन करें।' 22 वर्षीय बल्लेबाज़ ने कहा, ‘कई बार यह अहम होता है कि लोग आपका समर्थन करें। व्यक्तिगत रूप से मैं निजीतौर पर अपने प्रदर्शन में सुधार करने का प्रयास कर रहा हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पा रहा। मैं नहीं कह रहा कि मेरा प्रदर्शन बहुत अच्छा हो गया है, लेकिन मैं लगातार प्रयास कर रहा हूं।'

ऋषभ पंत स्वाभाविक खेल

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ऋषभ पंत ने अपने खेल को लेकर कहा, ‘मैंने कई अंतरराष्ट्रीय मैचों को खेलने के बाद समझा है कि आपका स्वाभाविक खेल जैसा कुछ नहीं होता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आपको स्थिति और टीम की मांग के अनुसार खेलना होता है और यही जरूरी है।' उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह मेरा सीखने का समय है। मैं अपनी टीम के जीतने के लिये जो भी कर सकता हूं और स्कोरबोडर् पर बड़ा स्कोर जोड़ने के लिये मुझे जो भी करना होगा मैं वह करूंगा। मेरा फोकस इसी बात पर था। आखिर में मैं कुछ रन बना पाया।' भारत अब बुधवार को विशाखापत्तनम में दूसरे वनडे में उतरेगा जो उसके लिये तीन मैचों की सीरीज़ में बने रहने के लिये करो या मरो का मैच होगा।